मकडाई एक्सप्रेेस 24 भोेपाल। पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को नियुक्तियों पर रोक लगा दी। साथ ही विधायक के कालेज में बने परीक्षा केंद्र के परिणाम की नए सिरे से जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
पटवारी भर्ती परीक्षा कर्मचारी चयन मंडल ने करवाई थीए पहले इसका नाम व्यावसायिक परीक्षा मंडल ;व्यापमंद्ध था। व्यापमं घोटाले के बाद सरकार ने aइसका नाम बदल दिया थाए पर अब इसकी विश्वसनीयता पर प्रश्न उठ गए हैं। प्रदेश में इस परीक्षा को लेकर राजनीतिक वार.पलटवार भी तेज हो गया है। प्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं से लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रदेश सरकार को इस मुद्दे पर जमकर घेरा।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी स्वीकार किया है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। इस पूरे मामले की सीबीआइ से जांच कराई जाए। इससे कम कुछ भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। जब तक वास्तविक चेहरे बेनकाब नहीं होंगे हम चुप नहीं रहेंगे।
कांग्रेस नेे किया सीएम से सवाल
पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम में धांधली के समाचार सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने नियुक्तियां रोकने का फैसला कर, यह स्वीकार कर लिया है कि इन परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर धांधली और घोटाला हुआ है। मैं मुख्यमंत्री से स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि कोई भी फैसला ऐसा होना चाहिए जिसमें अभ्यर्थियों के साथ अन्याय नहीं हो। नियुक्तियां रोकना एक बात है और असली दोषियों को पकड़ना दूसरी बात है। मध्य प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि पटवारी भर्ती घोटाला के मुख्य कर्ता-धर्ता कौन हैं…?
उनका भारतीय जनता पार्टी से क्या संबंध है…?
वह कानून के शिकंजे में कब आएंगे….? –
कमलनाथ पूर्व मुख्यमंत्री मप्र