मकड़ाई एक्सप्रेस 24 चेन्नई। अभी हाल ही में सनातन धर्म की तुलना बिमारियो से कर चर्चा में आए तमिनालाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने एक बार फिर हिंदी भाषा को लेकर बयान दिया हैं जिस पर लोगो में खासी नाराजगी देखी जा रही है। यह भी उन्होने खासकर गृहमंत्री अमित शाह के हिंदी दिवस पर दिए गए बयान के बाद कहा है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा – हिंदी दिवस’ के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देता हूं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की भाषाओं की विविधता को एकता के सूत्र में पिरोने का नाम ‘हिंदी’ है। स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर आजतक देश को एकसूत्र में बांधने में हिंदी की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। आइए, ‘हिंदी दिवस’ के अवसर पर राजभाषा हिंदी सहित सभी भारतीय भाषाओं को सशक्त करने का संकल्प लें।
हिंदी को थोपना बंद करें- उदयनिधि
उदयनिधि ने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लिखा कि – हिंदी देश के सिर्फ चार-पांच राज्यों में ही बोली जाती है। अमित शाह का बयान बेतुका है। इसके साथ ही उन्होंने हिंदी थोपना बंद करें का हैशटैग भी लिखा है। उनका कहना है कि तमिलनाडु में हम लोग तमिल बोलते हैं, केरल में मलयालम बोलते हैं। हिंदी इसमें कहा समाहित है और हम लोगों को सशक्त बना रही है..?
उन्होंने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि गैर-हिंदी भाषाओं को प्रांत की भाषा मानकर उनका अपमान बंद किया जाना चाहिए।