Big News: 7 वार के विधायक व कृषि मंत्री को हरा दिया इस मजदूर ने, बना विधायक, बेटे को दंगाइयों ने मारा था।
छत्तीसगढ़ : 7 बार के विधायक को हरा दिया एक मजदूर ने। छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणामों ने सभी को चौंका दिया है. बीजेपी ने यहां 54 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस को 35 सीटों तक समेटकर रख दिया है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहां साजा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी ईश्वर साहू ने 7 बार के विधायक और मंत्री रविंद्र चौबे को हरा दिया है. चार राज्यों के चुनावी नतीजों ने सभी को चौंका दिया है. सबसे ज्यादा हैरान करने वाले नतीजे छत्तीसगढ़ में देखने को मिले हैं. इस राज्य में कांग्रेस को काफी मजबूत माना जा रहा था, लेकिन बीजेपी ने बड़ा उलटफेर करते हुए भूपेश बघेल की सरकार को छत्तीसगढ़ से उखाड़ फेंका है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने 54 सीटों पर जीत हासिल की है तो वहीं कांग्रेस 35 सीटों पर सिमट गई है।
छत्तीसगढ़ में ऐसा ही चौंकाने वाला रिजल्ट राज्य के बेमेतरा जिले की साजा विधानसभा में भी देखने को मिला है. यहां एक मजदूर ईश्वर साहू ने भूपेश बघेल सरकार के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को हरा दिया है. ईश्वर साहू का रविंद्र चौबे को हराना इसलिए भी मायने रखता है कि वह सात बार विधायक रह चुके हैं. इसके ठीक विपरीत ईश्वर साहू ने इस चुनाव से पहले कोई भी चुनाव नहीं लड़ा है।
किस प्रत्याशी को मिले कितने वोट ?
ईश्वर साहू ने बीजेपी की तरफ से विधानसभा चुनाव लड़ा और 5 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की. ईश्वर को यहां 1,01,789 वोट मिले, जबकि रविंद्र चौबे 96,593 वोटों पर ही सिमट गए. दोनों के बीच 5196 वोटों का अंतर रहा.
दंगों में मारा गया था ईश्वर का बेटा –
बीजेपी चुनाव के दौरान बेमेतरा और कवर्धा में सांप्रदायिक हिंसा, धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरती रही है. इसे देखते हुए ही बीजेपी ने रायपुर से 110 किलोमीटर दूर बिरनपुर में रहने वाले मजदूर ईश्वर साहू को टिकट दिया था. ईश्वर का बेटा यहां पर सांप्रदायिक दंगों के दौरान मारा गया था. बीजेपी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए ईश्वर साहू ने भी रवींद्र चौबे को हरा दिया. अमित शाह ने की थी समर्थन में रैली बता दें कि साजा में प्रचार के दौरान अमित शाह ने कहा था कि ईश्वर साहू सिर्फ उम्मीदवार नहीं, बल्कि न्याय की लड़ाई के प्रतीक हैं. अगर बीजेपी सत्ता में वापस आती है तो उनके बेटे भुनेश्वर साहू के हर हत्यारे को जेल भेजा जाएगा |
कैसे हुए थी ईश्वर के बेटे की मौत ?
साजा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतने वाले ईश्वर साहू के बेटे की मौत साजा विधानसभा क्षेत्र में अप्रैल 2023 में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां एक स्कूल में हुई मारपीट की घटना ने सांप्रदायिक रंग ले लिया था. इन दंगों में 3 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से ईश्वर का बेटा भुवनेश्वर साहू भी एक था. छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने भुवनेश्वर के परिवार को मुआवजे के तौर पर सरकारी नौकरी और 10 लाख रुपए देने का ऐलान किया था, लेकिन भुवनेश्वर ने इसे लेने से इनकार कर दिया था. इस घटना के बाद ही भाजपा ने ईश्वर को टिकट दिया था
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