ब्रेकिंग
MP BIG NEWS: रेंजर माधव सिकरवार का 'सिंघम' ऑपरेशन: माफिया से मुक्त कराई 149 हेक्टेयर वन भूमि हरदा जिले के पलासनेर गांव की बेटी अदिति यादव ने किया जिले का नाम रोशन किसान भाई बीजोपचार के बाद ही सोयाबीन की बुआई करें :  कृृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दी सलाह Aaj ka rashifal: आज दिनांक 20 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे पुलिस को चकमा देने वाला हिस्ट्रीशीटर बदमाश साड़ी पहन घूंघट में अपने घर में था बैठा ! पुलिस पहुंची तो ... हरदा: कलेक्टर श्री जैन ने आंगनवाड़ी, स्कूल, अस्पताल और उचित मूल्य की दुकान का किया निरीक्षण हंडिया : लापरवाह सरपंच सचिव, परेशान ग्रामीण व्यापारी, साप्ताहिक हाट बाजार लापरवाही और अनदेखी का हो ग... शादीशुदा युवती से प्यार मे हुआ युवक का कत्ल ! युवती के परिजनों को युवक के कत्ल के आरोप किया गिरफ्तार पं प्रदीप मिश्रा भगवान चित्रगुप्त मंदिर में नाक रगड़कर माफी मांगें कथावाचाक मिश्रा से भड़का है कायस... होटल में चल रहा था देह व्यापार: पुलिस की छापामारी में 5 लोग पकड़ाए

Big News M.p: कांग्रेस ने गृहमंत्री अमित शाह की निर्वाचन आयोग को की शिकायत, अधिकारी कर्मचारियों को धमकाने का लगाया आरोप

Bhopal: मध्यप्रदेश में चुनावी रणक्षेत्र में सभी नेता उतरे हुए है। सभी लोग अपने अपने दल का प्रचार प्रसार कर रहे है। इसी बीच दल बदल की राजनीति भी चल रही है। इसी बीच भारत के गृहमंत्री अमित शाह भी मध्य प्रदेश के दौरे पर है। वही बीते दिन वो एक विधान सभा में आमजन को संबोधित कर रहे थे। उनका एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उक्त वीडियो को लेकर राजनीति पारा आसमान पर चढ़ गया। और उनके विवादित भाषण को लेकर
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुख्य निर्वाचन आयोग के समक्ष एक शिकायत की है जिसमें बताया गया की केन्द्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा नेता अमित शाह ने दिनांक 28 अक्टूबर, 2023 को भोपाल में सार्वजनिक रूप से बैठक के दौरान धमकी दी है कि जो भी अधिकारी कमल का ध्यान न रखे उसे छोड़ना नहीं, एवं यदि कोई कर्मचारी कमल का ध्यान ना रखे या नुकसान पहुंचाए उसकी तत्काल शिकायत की जाएं तथा उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आदेशित किया कि आप भी मेसेज कर दो की वो किसी को नहीं बचापाऐंगे, यह धमकी सीधे सीधे शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने एवं सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में चुनाव में मदद करने के लिए बाध्य करने की धमकी है, जो कि सीधे सीधे प्रभावशील आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है ।

जबकि आपको बता दे की भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा दिनांक 9 अक्टूबर, 2023 को घोषणा उपरांत विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है एवं आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है।

- Install Android App -

क्या है शिकायत पत्र में

प्रति

श्रीमान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी
म.प्र. निर्वाचन आयोग
भोपाल

विषय:- केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह का कथन जो भी अधिकारी कमल का ध्यान न रखे उसे छोड़ना नहीं, आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन, कार्यवाही करने की मांग ।

महोदय,

उपरोक्त विषयान्तर्गत निवेदन है कि भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा दिनांक 9 अक्टूबर, 2023 को घोषणा उपरांत विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है एवं आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है। केन्द्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा नेता श्री अमित शाह ने दिनांक 28 अक्टूबर, 2023 को भोपाल में सार्वजनिक रूप से बैठक के दौरान धमकी दी है कि जो भी अधिकारी कमल का ध्यान न रखे उसे छोड़ना नहीं, एवं यदि कोई कर्मचारी कमल का ध्यान ना रखे या नुकसान पहुंचाए उसकी तत्काल शिकायत की जाएं तथा उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आदेशित किया कि आप भी मेसेज कर दो की वो किसी को नहीं बचापाऐंगे. यह धमकी सीधे सीधे शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने एवं सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में चुनाव में मदद करने के लिए बाध्य करने की धमकी है, जो कि सीधे सीधे प्रभावशील आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है ।

केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह द्वारा शासकीय संसाधनों का दुरूपयोग करते हुए भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के साथ साथ शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों को कमल के पक्ष में काम ना करने पर देख लेने की धमकी देना चुनाव प्रक्रिया को बाधित करना है तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री मंत्री एवं भाजपा नेताओं द्वारा प्रदेश में शासकीय अधिकारियों, कर्मचारियों में भय का वातावरण निर्मित किया जा रहा है जो कि संवैधानिक मूल सिद्धांतों के विपरीत है ।

अतः माननीय निर्वाचन आयोग से निवेदन है कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भोपाल में दिनांक 28 अक्टूबर 2023 को सार्वजनिक रूप से शासकीय अधिकारियों, निर्वाचन रियो को धमकाने एवं भाजपा के पक्ष में कार्य ना करने पर देख लेने की धमकी देकर उन्होंने प्रभावशील आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया है इसलिए उनके विरूद्ध करण दर्ज कर कार्यवाही की जावे जिससे कि विधानसभा के चुनाव का मतदान निष्पक्ष एवं स्वतंत्र रूप से सम्पन्न हो सके जो कि न्यायोचित होगा ।

(राजीव सिंह)
उपाध्यक्ष (संगठन प्रभारी)