ब्रेकिंग न्यूज़ : शिवपुरी में LLB छात्र को थाने में पीटने का आरोप, TI ने वीडियो को ‘AI निर्मित’ बताकर किया खंडन
मकड़ाई एक्सप्रेस 24शिवपुरी।जिले के पिछोर थाने में एक LLB छात्र के साथ कथित मारपीट का मामला सोशल मीडिया पर गर्माया हुआ है। छात्र का आरोप है कि उसे थाने में रात भर बंद रखकर पीटा गया, जिसके बाद इस घटना का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में कथित तौर पर थाने के प्रभारी (टीआई) द्वारा छात्र को चप्पलों से पीटने का दावा किया गया है। दूसरी ओर, टीआई इस वीडियो को पूरी तरह से फर्जी और AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) द्वारा बनाया गया बता रहे हैं, जबकि पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
एफआईआर दर्ज कराने गए लाकअप में रख की मारपीट
FIR दर्ज कराने गए छात्र को कथित तौर पर रात भर बैरिक में बंद रखा गया।यह घटना तब हुई जब LLB छात्र क्षितिज पाठक अपने दोस्त फरहान खान के साथ एक झगड़े की प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराने के लिए पिछोर थाने पहुंचे थे।
छात्र का आरोप: गालियां दी गईं और चप्पल-जूतों से की गई पिटाई
छात्र क्षितिज पाठक का आरोप है कि जब वे एफआईआर दर्ज कराने के लिए कर्मचारी से बात कर रहे थे, तभी टीआई उमेश उपाध्याय वहां आए और उन्हें गालियां देते हुए बाहर जाने को कहा।जब फरहान खान ने बताया कि वह फरियादी है, तो टीआई कथित तौर पर नाराज हो गए।क्षितिज के अनुसार, टीआई ने उन्हें 15-20 थप्पड़ मारे और फिर चप्पल और जूतों से भी पीटा।
परिजन की जमानत पर छूटा
छात्र का यह भी दावा है कि उन्हें पूरी रात थाने की बैरिक में बंद रखा गया, जहाँ टायर के फट्टे, लात-घूंसों से मारा गया और उनका गला भी दबाया गया, जिससे वह बेहोश हो गए। अगले दिन रविवार को परिजनों द्वारा ज़मानत (151 के मामले में) भरने के बाद छात्र को छोड़ा गया।
विडियो नकली बताने प्रेशर
छात्र का कहना है कि अब उस पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह वायरल वीडियो को AI से निर्मित नकली वीडियो बताए।
टीआई का खंडन: “वीडियो पूरी तरह से फर्जी और AI से बनाया हुआ है”
पिछोर टीआई उमेश उपाध्याय ने छात्र के सभी आरोपों और वायरल वीडियो को खारिज कर दिया है।
टीआई का कहना है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है और वीडियो पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाया गया एक नकली फुटेज है।
पुलिस प्रशासन ने जांच शुरू की
पीड़ित छात्र क्षितिज पाठक ने टीआई के दावों को चुनौती देते हुए थाने के कैमरों की जांच कराने की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
इनका कहना है
SDOP प्रशांत शर्मा ने इस मामले में बयान दिया है कि वायरल वीडियो की सत्यता की जांच प्रभारी पुलिस अधीक्षक द्वारा करवाई जा रही है और जांच के तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

