भारत सरकार ने चीन को एक और झटका दिया है। भारत में सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन प्रोजेक्ट से अब चीनी कंपनियां बाहर हो गई हैं। अब सिर्फ भारत की कंपनियों को यह टेंडर दिया जाएगा। सरकार ने पुराने टेंडर को रद्द कर नया टेंडर जारी कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, भारतीय रेलवे ने 44 सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन सेट्स के लिए संशोधित टेंडर जारी किया है। यह टेंडर ट्रेन सेट्स के लिए बोगियों के साथ-साथ थ्री-फेज प्रोपल्शन, कंट्रोल और अन्य उपकरणों के लिए है। इस टेंडर को www.ireps.gov.in पर अपलोड किया गया है।
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- बोली से पहले की बैठक 29 सितंबर, 2020 (29.09.20) को होनी है।
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- टेंडर को खोलने की तारीख 17 नवंबर, 2020 (17.11.20) है।
टेंडर की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
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- ट्रेन सेट्स का आईसीएफ/चेन्नई, आरसीएफ/कपूरथला और एमसीएफ/रायबरेली में बनेंगे।
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- यह स्थानीय (स्वदेशी) निविदा होगी।
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- दो चरण, रिवर्स ऑक्शन (रिवर्स बोली) लगाया जाएगा।
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- संशोधित टेंडर मेक इन इंडिया नीति के लिए भारत सरकार की प्राथमिकता के अनुरूप है। न्यूनतम स्थानीय सामग्री के प्रतिशत को संशोधित करके अब 75% कर दिया गया है।
यह आत्मनिर्भर भारत के संशोधित डीपीआईआईटी (DPIIT) शर्तों के तहत जारी पहला बड़ा टेंडर है। इसमें कम से कम 75% घरेलू घटक (domestic components) को शामिल किया गया है।
यह टेंडर अब एक घरेलू टेंडर है। इसके लिए केवल भारत में पंजीकृत कंपनियां ही आवेदन कर सकती हैं और उन्हें लागत (quote) भारतीय रुपये में बतानी होगी।
बता दें, इससे पहले भारत ने चीनी मोबाइल ऐप पर बैन लगाकर पड़ोसी देश को चेतावनी जारी की थी। इसके बाद भी सीमा पर चीन की हरकतें जारी रहें तो एक के बाद एक और कदम उठाए गए।