रिश्वत लेते जिला शिक्षा आधिकारी राम ललित पटेल रंगे हाथ पकड़ाए! अभी कुछ दिन बाद ही सेवानिवृत्त होने वाले थे! भ्रष्टचार में पूर्व मे भी नाम आ चुका।
सरकारी विभागो मे रिश्वत लेना अब आम बात हो गई है।हर विभाग मे बड़े बड़े घोटाले रोज सामने आ रहे है। ऐसा ही मामला सामने आया है शुक्रवार को सूरजपुर के जिला शिक्षा अधिकारी राम ललित पटेल एक लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाये है। पूर्व में भी उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 छत्तीसगढ़। प्रदेश के बहुचर्चित पाठ्य पुस्तक निगम के किताब घोटाले सूरजपुर के जिला शिक्षा आधिकारी राम ललित पटेल नाम सामने आया था। जिसमे दर्ज बच्चों की संख्या से अधिक किताबें मंगा कर उनकी बिक्री करने की जांच में भी फंसे हुए हैं।
निजी स्कूल संचालकों से लिए रूपये
अब उन पर रिश्वतखोरी मामला सामने आ गया है। इसमें जांच के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी के पास से दो लाख रुपये अतिरिक्त मिले हैं।यह राशि भी बतौर रिश्वत दूसरे अशासकीय स्कूलों के संचालकों से वसूल की गई थी।
एक लाख नगद लेते पकड़ाए पटेल
सूरजपुर जिला शिक्षाधिकारी रामललित पटेल को शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत अशासकीय स्कूलों की प्रतिपूर्ति राशि जारी करने के एवज में रिश्वत की रकम ली जा रही थी। जांच के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी के पास से दो लाख रुपये अतिरिक्त मिला है। यह राशि भी बतौर रिश्वत दूसरे अशासकीय स्कूलों के संचालकों से वसूल किया गया था।
जिला शिक्षा अधिकारी को
स्कूल संचालक ने की थी शिकायत
सूरजपुर जिले के रामरति पब्लिक स्कूल के संचालक उज्जवल प्रताप सिंह ने एसीबी अंबिकापुर कार्यालय में शिकायत की थी।उनके और जिले के अन्य चार अशासकीय विद्यालयों छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल दतिमा, सरस्वती बाल मंदिर सोनपुर, प्रिया बाल मंदिर भटगांव एवं लक्ष्मी विद्या निकेतन नरोला के संचालकों से जिला शिक्षा अधिकारी रामललित पटेल द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है।शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत् अशासकीय विद्यालयों को मिलने वाले प्रतिपूर्ति की राशि में से 10 प्रतिशत के हिसाब से दो लाख रुपये की रिश्वत जिला शिक्षा अधिकारी राम ललित पटेल द्वारा मांगे जाने की शिकायत का सत्यापन किया गया।
ऐसीबी ने रिश्वतखोर आधिकारी को गिरफ्तार करने की योजना बनाई
जिला शिक्षा आधिकारी और निजी स्कूल संचालक के मध्य एक लाख 82 हजार रुपये में सौदा तय हुआ था।रिश्वत की उक्त रकम देने पर प्रतिपूर्ति की राशि जारी करने का पटेल ने कहा। पहली किश्त के रूप में एक लाख रुपये रिश्वत लेने सहमति बनी शिक्षाधिकारी कार्यालय परिसर में ही एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पटेल को गिरफ्तार करने की योजना बनाई। एसीबी के अधिकारी-कर्मचारी कार्यालय परिसर रहे थे।जैसे ही पटेल ने रिश्वत तय एक लाख रुपये लिए वैसे ही एसीबी टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।।
तलाशी के दौरान उसके पास से दो लाख रुपये अतिरिक्त प्राप्त हुआ। एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि जिला सूरजपुर के अशासकीय स्कूलों के संचालकों ने जिला शिक्षा अधिकारी से त्रस्त होकर एकजुट होकर एसीबी में शिकायत की थी।उनका कहना था कि अशासकीय विद्यालयों को शासन द्वारा प्रतिपूर्ति की राशि दी जाती है।लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी उक्त राशि जारी करने के एवज में प्रत्येक स्कूलों से 10 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे हैं।