Ganga Mandir में है रहस्यमयी शिव मंदिर, सीढ़ियों से आती है आवाजें, हर साल शिवलिंग पर अंकुरित होती है विशेष आकृति
Mysterious Shiva temple : सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ के विशेष रूप से पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव को सावन का महीना बेहद पसंद है और इस दौरान यदि भगवान शिव का आराधना की जाती है तो भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। सावन माह 14 जुलाई से शुरू हो रहा है और हम यहां आपको देश के एक बहुचर्चित व रहस्यमयी शिव मंदिर के बारे में बता रहे हैं, जो श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। ये मंदिर है उत्तर प्रदेश के गढ़मुक्तेश्वर में स्थित प्राचीन गंगा मंदिर। इस प्राचीन मंदिर में मां गंगा के साथ-साथ चारभुजा वाली परमपिता ब्रह्मा जी की एक सफेद प्रतिमा स्थापित है और इसी मंदिर में एक चमत्कारी शिवलिंग भी है। सावन मास में यहां शिव पूजन के लिए भक्तों की लंबी कतार लग जाती है।
मंदिर काफी पुराना, इतिहास की जानकारी नहीं
गढ़मुक्तेश्वर स्थित गंगा मंदिर काफी पुराना है और यहां का इतिहास भी किसी को पता नहीं है। इस मंदिर की स्थापना किसने और कब की, इस बारे में कोई भी नहीं जानता है। गढ़मुक्तेश्वर में प्राचीन गंगा मंदिर के दर्शन करने के लिए 101 सीढियां चढ़कर दर्शन करने के लिए जाना होता है।
कार्तिक माह में लगता है मेला
इस मंदिर में कार्तिक माह में शिवलिंग के दर्शन करने का विशेष महत्व है, लेकिन सावन माह में भी भक्तों की लंबी कतार लगी रहती है। मंदिर में स्थित शिवलिंग के बारे किंवदंती है कि इसके ऊपर हर साल कार्तिक माह में स्वत: एक विशेष आकृति अंकुरित होती देखी जाती है। मंदिर के पुजारी के अनुसार शिवलिंग के ऊपर वह आकृति हर बार अलग आकार एवं रूप में निकलती है। आज भी कई विशेषज्ञ और वैज्ञानिक इस रहस्य के बारे में खुलासा नहीं कर पाए हैं।
मंदिर की सीढ़ियों से आती है आवाजें
गढ़मुक्तेश्वर में प्राचीन गंगा मंदिर ऊंचाई पर स्थित है और यहां सीढ़ियां बहुत ही रहस्यमयी पत्थर से बनी हुई है। जब कोई भी व्यक्ति इन सीढ़ियों पर चढ़ता हैं या पत्थर फेंकता हैं तो पानी में पत्थर मारने जैसी आवाज आती हैं। प्राचीन काल में गंगा नदी का जल इस मंदिर की सीढ़ियों तक आता था लेकिन अब गंगा नंदी मंदिर से करीब 5 KM दूर हो गयी हैं।