मकडाई समाचार हरदा। कार्तिक माह के कृृष्ण पक्ष की अष्टमी को अहोई व्रत महिलाएं अपनी संतान सुखी और स्वस्थ जीवन की मनोकामना को लेकर करती हैै।इस 17अक्टूबर को अहोई्र अष्टमी का त्यौहार मनाया जायेगा। इसकेे लिए अष्टमी केे दिन सूूरज उंगनेे सेे पूूर्व पूूजा कक्ष की साफ सफाई नित्यकर्म स्नान कर लेना चाहिए।प्रातःपूूजन के बाद उपवास रखा जाता है। पूजा भी सूर्यास्त सेे पहले की जाती है।
अहोेई माता का पूजन के लिए दिवार पर अहोई माता का चित्र लगाया जाता है। लकडी केे पाट पर पूजन संबधित सामग्री रखी जाती हैं। जिसमें श्रृगार चुुनरी चूडिया रखी जाती है। आम केे पत्तों एवं जल भरकर कलश पर एक नारियल रखे। इस पर स्वास्तिक बनाकर मौली बांध देे। धूूप दीप और भोग में हलवा मालपुआ आदि अर्पित करे। कथा के वाचन श्रवण करते समय अपनेे हाथ में सात अनाज के दाने भी रखें।चंद्र केे उदय होते चंद्र को अर्घ्य देवे इसके बादी पूजन संपन्न होता है