Harda News: जिला कांग्रेस अध्यक्ष और हरदा विधायक ने पुलिस प्रशासन पर उठाए सवाल, राजनीतिक संरक्षण में गुंडों के हौसले बुलंद खुलेआम हो रही अपराधिक गतिविधि !
हरदा : बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओम पटेल हरदा विधायक डॉक्टर आर के दोगने ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन रखा था। प्रेस वार्ता में जिला पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
जिला अध्यक्ष ओम पटेल ने कहा कि –
भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष एवं वार्ड नंबर 21 की पार्षद अनीता संतोष अग्रवाल के पुत्र सुमित अग्रवाल ने अभिषेक गुर्जर एवं दो अन्य लड़कों के ऊपर जानलेवा हमला किया, जिससे यह प्रतीत होता है कि आज की युवा पीढ़ी राजनीतिक संरक्षण के कारण किस और बढ़ती चली जा रही है यह गंभीर विषय है ।
श्री पटेल ने कहा कि हमारा हरदा हमेशा से ही शांति का टापू रहा है, हरदा को हृदय नगरी कहा जाता है, लेकिन विगत तीन-चार साल से हरदा में बीजेपी के नेताओं के संरक्षण में अवैध कार्यों की बाढ़ सी आ गई है। हर चौक चौराहे पर आपको खुले में अवैध व्यापार करते हुए लोग मिल जाऐंगे जगह-जगह जुआ-सट्टा, गांजा, अफीम, एम.डी. ड्रग्स, अवैध शराब, हरदा की होटलों में जिश्म फरोशी का व्यापार खुले रूप से भाजपा के नेताओं के संरक्षण में चल रहा है।
ओम पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि कल की घटना से स्पष्ट है कि आरोपी को बचाने के लिए पूरी भाजपा थाने में खड़ी थी व इस पर पुलिस प्रशासन अंकुश लगाने में निष्क्रिय रहा है।
कल की घटना से यह साबित होता है कि भाजपा नेता के पुत्र सुमित अग्रवाल के हौसले कितने बुलंद है की एक वीआईपी एरिया में जाकर जहां कलेक्टर साहब का बंगला एसपी साहब का बंगला एसडीएम कार्यालय तहसील कार्यालय सर्किट हाउस जैसी व्ही.आई.पी. जगह पर दिन दहाड़े घर में घुसकर अवैध हथियार के दम पर लड़कों को धमकता है फिर पेंट में रखी माउजर (पिस्टल) निकालकर लड़के की कनपटी पर रख देता है और गोली चला देता है यह तो भगवान की कृपा रही की गोली मिस हो गई अगर गोली मिस नहीं होती तो आज किसी भी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता हैं इतना सब होने के बाद भी भाजपा के नेता सुमित अग्रवाल को बचाने में लगे हैं जो की बिल्कुल गलत है।
इन बिंदुओ पर हो निष्पक्ष जांच –
- एक सबसे बड़ा सवाल यह है कि आचार संहिता के अंदर सुमित अग्रवाल के पास माऊजर (पिस्टल) कहां से आई इस अवैध पिस्टल का कौन व्यापार हरदा में कर रहा है और आरोपी सुमित अग्रवाल ने यह पिस्टल किस से खरीदी यह एक गंभीर विषय है इसकी जांच होनी चाहिए की आदर्श आचार संहिता में यह पिस्तौल कहा से आई ?
- जब अपराधी पुलिस के गिरफ्त में पकड़ा गया है तो पुलिस ने उससे पिस्टल बरामद करने की कोशिश क्यों नहीं की? इससे यह साबित हो रहा है कि पुलिस भाजपा नेता के दबाव में कार्य कर रही है और अपराधी को बचाने की कोशिश कर रही है. इसलिए अपराधी को बचाने के लिए उसे इंदौर रेफर किया गया है, जिससे मामला दबाने के लिए समय मिल सके। जबकि पैर में लगी गोली हरदा में आराम से निकाली जा सकती थी।
- कल की घटना के बाद एक चर्चा शहर में हो रही है कि 12 अप्रैल रात्रि 10:30 बजे उड़ा बायपास के ऊपर पुलिस के द्वारा शहर के रहीसजादों को एमडी ड्रग्स के साथ कार में पकड़ा गया था, जिसकी चर्चा पूरे शहर में हो रही है, लेकिन पुलिस रिकार्ड में इस प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई है। यहां तक की लोगों का कहना है कि इसमें लंबे स्तर पर (लगभग 40 लाख रूपये) लेन-देन भी हुआ है। हमारा पुलिस अधीक्षक महोदय से निवेदन है कि इसमें कितनी सच्चाई है इसकी भी जाँच होना चाहिए और शहर में इस प्रकार की हो रही चर्चाओं पर विराम लगाने के लिए पुलिस विभाग को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका खुलासा करना चाहिए।
- सुमित अग्रवाल के ऊपर जो FIR हुई है, उसमें अवैध हथियार की धाराएं नहीं लगाई गई है, क्या कारण है ? जबकि उसके पूरे वीडियो वगैरा सोशल मीडिया पर वायरल है और सभी न्यूज पेपर और न्यूज चौनलों पर भी चलाए गए हैं फिर पुलिस के द्वारा उसके ऊपर धारा नहीं लगना साबित करना है कि पुलिस प्रशासन भाजपा नेताओं के दबाव में काम कर रहा है।
- सुमित अग्रवाल द्वारा जो तवा कॉलोनी के जिस मकान पर घटना को अंजाम दिया गया है, उसकी भी जाँच होनी चाहिए, क्योंकि वह मकान भी किसी सरकारी अधिकारी के नाम से आवंटित है । और पिछले 10 वर्षों से वहां इवेंट मैनेजमेंट का काम चल रहा है और किराये से दिया हुआ है, जो कि नियम विरूद्ध है और जिस अधिकारी के नाम पर आवंटित है, उसकी भी जाँच होना चाहिए।
- हरदा में कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि हरदा की अधिकतर होटलों में जिश्म फरोशी का व्यवसाय बढ़ी मात्रा में चल रहा है, बस स्टेण्ड क्षेत्र में इस व्यवसाय ने अपनी सीमाऐं पार कर दी है, हमारा अनुरोध है कि होटलों में सी.सी.टी.व्ही. कैमरों का होना अनिवार्य किया जावे एवं उनकी जाँच पुलिस प्रशासन द्वारा नियमित की जावे।
हमारे द्वारा उपरोक्त दी गई सम्पूर्ण जानकारियों पर बिन्दुवार जाँच कराई जावे एवं हरदा शहर को अनैतिक गतिविधियों से बचाया जावे।