हरदा, दिल्ली : नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) के पेपर लीक का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसके खिलाफ देशभर के छात्र सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और नीट परीक्षा को कैंसिल कर दोबारा आयोजित करने की मांग की जा रही है। इस मुद्दे पर एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी दायर की गई है। दिल्ली सहित पूरे देश में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता इस पेपर लीक मामले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में एनएसयूआई जिला अध्यक्ष योगेश चौहान के नेतृत्व में हरदा से कई छात्र नेता दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। चौहान के साथ जिला उपाध्यक्ष कृष्णा बिश्नोई और एनएसयूआई सदस्य कार्तिक सोनकर भी उपस्थित थे।
चौहान ने कहा कि यह पेपर लीक देश के भविष्य के खिलाफ एक बड़ा षड्यंत्र है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की एनटीए ने देश के बच्चों के साथ धोखा किया है, जिससे उनके सपने और भविष्य खतरे में पड़ गए हैं। चौहान ने कहा कि बिहार और गुजरात में भी पेपर लीक के मामले सामने आए हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने इस पर चुप्पी साध रखी है और धांधली को छुपाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने इस मामले में केंद्र सरकार से स्वतंत्र जांच की मांग की है और यह भी कहा है कि यह जांच सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह लाखों-करोड़ों बच्चों के भविष्य का सवाल है और कांग्रेस इन बच्चों की आवाज को मजबूती से उठाएगी। यह विरोध प्रदर्शन नीट परीक्षा की विश्वसनीयता और पारदर्शिता को बनाए रखने की मांग के साथ किया गया, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।