हरदा। अतिथि शिक्षक महासंघ के प्रदेश स्तरीय आवाहन पर 2 सितंबर को हरदा जिले के सैकड़ो अतिथि शिक्षकों ने हरदा के मंडी प्रांगण में बैठक आयोजित करने के पश्चात रैली के माध्यम से तिरंगा यात्रा निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सोपा ।
जिला उपाध्यक्ष चेतन प्रजापति ने बताया कि 2 सितंबर 2023 को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान जी के द्वारा भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर अतिथि शिक्षको की महापंचायत बुलाई गई थी। एवं पूर्व मुख्यमंत्री जी के द्वारा अतिथि शिक्षकों को नियमित करने के लिए विभागीय परीक्षा लेकर उन्हें ईजीएस गुरुजियों की तर्ज पर नियमित करने की घोषणा की गई थी। एवं अन्य अनेक घोषणाएं भी की गई थी। श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा था कि एक भी अतिथि शिक्षक को उनके पद से हटाया नहीं जाएगा और उनके भविष्य को सुरक्षित किया जाएगा परंतु घोषणाओं के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी आज दिनांक तक एक भी आदेश जारी नहीं हुए हैं। जबकि घोषणाओं के विपरीत हजारों अतिथि शिक्षकों को उनके पदो से हटा दिया गया है।
जो बिगत 15, 16 वर्षों से सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं अल्पवेतन में दे रहे थे उन्हें उच्च पद प्रभार, ट्रांसफर पॉलिसी, नई भर्ती होने से एवं अतिशेष शिक्षकों के आने के कारण कई अतिथि शिक्षकों की जगह उन्हें भेज कर अपनी सेवाओं से हटाया जा रहा है। जबकि मुख्यमंत्री जी ने कहा था कि उनकी घोषणा पत्थर की लकीर है जो बोला है अधिकारी को वह करना ही है उसे फाइलों में या टेबलों पर घुमाने के प्रथा बंद की जाए। किंतु प्रदेश में अफसरो की लाल फिता शाही के चलते और वर्तमान शिक्षा मंत्री तथा मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव के उदासीन रवेये के कारण अभी तक नए सत्र प्रारंभ हुए 3 महीने पूर्णत बीत चुका है ।
किंतु अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति आज तक स्कूलों में नहीं हो पाई है। जिला अध्यक्ष सादिक खान ने बताया कि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के दिन प्रदेश भर के अतिथि शिक्षक भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री जी से भेंट कर उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री की घोषणाओं को याद दिलाएंगे एवं उनके आदेश जारी करवाने का आवेदन किया जाएगा। घोषणाओं के 1 साल बीत जाने पर भोपाल में तिरंगा न्याय यात्रा निकाली जाएगी एवं शासन प्रशासन को जगाने का प्रयास किया जाएगा।