harda news : आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को रिटायरमेंट के बाद पुनः नियुक्ति दी, सहायिका ने जिला कलेक्टर को की शिकायत, मेडिकल के आधार पर क्यों दी नियुक्ति, की जाए जांच
मकड़ाई समाचार हरदा। महिला एवं बाल विकास विभाग में लंबे समय से नियुक्ति भर्तियों को लेकर अधिकारियों की मनमर्जी के मामले सामने आ रहे है। जिले में आंगनवाड़ीयो की हम बात करे तो कई जगह अव्यवस्थाओं का माहोल है। तो कई जगह किराए के मकान में तो कही जगह खंडहर स्कूल भवनों में आगनवाड़ी संचालित हों रही है। अगर हम इस विभाग की बात करे तो सरकार की ओर प्रतिवर्ष राशि भी मिलती है। जो की आंगन वाड़ी के भवन के रखरखाव व पुताई अन्य खर्च के लिए आती है। लेकिन आप अगर ग्रामीण क्षेत्रों के हालात देखेगे तो बहुत ही ज्यादा खराब है। कागजों में फर्जी तरीके से राशि निकालकर बिल लगा दिए जाते है। तो कई जगह आंगन वाड़ी कार्यकर्ताओं को रिटायर्डमेंट के बाद भी मेडिकल के आधार पर प्रतिनियुक्ति दे दी गई है। जिसकी भी जांच होना बहुत जरूरी है। स्कूल की अंक सूची की जन्म तारिक को नजर अंदाज कर विभागीय अधिकारियों की साठगांठ से लेन देन का यह खेल जिले में चल रहा है। जिसके कारण कई अन्य युवतियों को नौकरी नही मिल रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहा एक आंगन वाड़ी कार्यकर्ता को रिटायर्ड हो जाने के बाद पुनः 7 वर्ष के लिए प्रति नियुक्ति दे दी गई। जिसकी जांच की मांग को लेकर आंगन वाड़ी सहायिका ने जिला जनसुनवाई में शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। इस संबध में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी संजय त्रिपाठी से चर्चा की तो उन्होंने कहा की हमने दावा आपत्ति के लिए सभी को सूचना दी है। शिकायत की जांच कराएंगे।
क्या है शिकायत आवेदन
श्रीमान कलेक्टर महोदय
जिला हरदा
विनम्र निवेदन है कि में रेणु लोंगरे पिता स्व श्री ओमप्रकाश लोंगरे में विगत 5 वर्ष से मनियाखेड़ी ग्राम में सहायिका के पद पर कार्यरत हूं मेरे ग्राम पर महिला बाल विकास विभाग द्वारा ग्राम की कार्यकर्ताओं के आगामी 6 माह में रिक्त होने वाले पद हेतु ग्राम में दिनांक 3 -8- 2022 को विज्ञप्ति की गई थी जो कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुमन पाल का रिटायरमेंट दिनांक 30-11-2022 को होना था और ग्राम पर दिनांक 1-12- 2022 को नई कार्यकर्ता का चयन किया जाना था। पर नई कार्यकर्ता का चयन ना होते हुए जो कार्यकर्ता श्रीमती सुमन पाल रिटायरमेंट होने वाली थी उसे पद पर वापस चयनित कर लिया गया। ग्राम पर नई भर्ती हेतु में और मेरे द्वारा और ग्राम की अन्य बहनों द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता चयन हेतु ऑफिस कार्यालय महिला बाल विकास टिमरनी में फार्म आवेदन जमा किया जा चुके थे। सर जी हमें महिला बाल विकास से यह शिकायत है कि अगर महिला बाल विकास कार्यालय में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कार्यकर्ता का रिकॉर्ड दर्ज नहीं था तो ग्राम मनियाखेड़ी पर नई भर्ती पद हेतु किस आधार पर निकाली गई। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का ग्राम सोडलपुर के शासकीय प्राथमिक कन्या शाला सोडलपुर तो विभाग ने उनकी जानकारी स्कूल के माध्यम से क्यों नहीं निकाली गई और बिना जांच पड़ताल के उन्होंने कार्यकर्ता पद पर मेडिकल के माध्यम से कैसे चयन किया जा सकता है। जबकि मेरे द्वारा पिछले 5 साल से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का कार्य ऑनलाइन ऑफलाइन जो भी जानकारी विभाग मैं मेरे से ली जाती थी जो काम कार्यकर्ता का था वह मेरे द्वारा ही कराया जा रहा था। फिर मेडिकल के माध्यम से उनका द्वारा चयन कर लिया गया अगर महिला बाल विकास विभाग में मेडिकल टेस्ट ही मान्य है तो आंगनवाड़ी भर्ती के लिए शिक्षा को क्यों महत्व दिया जाता है। जब सब मेडिकल से ही हो जाता है तो सर जी उनका काम मेरे से क्यों करवाया वह शोषण और जब भर्ती निकाली और नया चयन ना करते हो उन्हें पद पर क्यों रख लिया गया।