मकड़ाई समाचार हरदा। सोमवार को हरदा के जत्रा पड़ाव स्थित शनि मंदिर में शनि जयंती धूमधाम से मनाई गई। मंदिर में सुबह से ही विशेष पूजा अर्चना कर विद्वान पंडितों के मार्गदर्शन में हवन किया गया। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष ज्येष्ठ माह की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर भगवान शनि का जन्मोत्सव का त्योहार मनाया जाता है। मान्यता है कि ज्येष्ठ अमावस्या पर ही न्याय और कर्म के देवता भगवान शनि का जन्म हुआ था।
ज्येष्ठ अमावस्या पर शनिदेव की विशेष पूजा-आराधना और मंत्रों का जाप करके भगवान शनिदेव को प्रसन्न किया जाता है। ज्योतिष और धर्म के नजरिए से भगवान शनिदेव की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि भगवान शनिदेव व्यक्ति को कर्मों के अनुसार ही व्यक्ति को फल प्रदान करते हैं।शनिदेव की कृपा पाने के लिए शनि जयंती का दिन बहुत ही विशेष माना गया है।
शहर के सुप्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित मुरलीधर व्यास ने बताया कि जिन जातकों के जीवन में अगर शनि संबंधी कोई दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रकोप चल रहा है तो उनके लिए इस शनि जयंती पर पूजा आराधना करना विशेष लाभ देने वाला साबित होगा। शनि जयंती पर शनि देव की पूजा-आराधना,दान-पुण्य और जप करने से सभी तरह का समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
इस साल शनि जयंती पर दुर्लभ संयोग भी बना रहा है। उन्होंने बताया कि सोमवती अमावस्या कृतिका नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि के योग में शनि जन्मोत्सव का पर्व मनाना काफी खास है।ज्येष्ठ अमावस्या पर शनि जयंती शनिदेव के स्वयं की राशि कुंभ में रहते ही है ऐसे में शनि जयंती का महत्व और भी अधिक हो जाता है।