हरदा : गत मंगलवार को हरदा के बैरागढ़ में हुई पटाखा फैक्ट्री दुर्घटना से प्रभावित परिवारों के अस्थाई रहवास के लिये आईटीआई हरदा में व्यवस्था की गई है। कलेक्टर श्री आदित्य सिंह ने बताया कि आईटीआई में निवासरत परिवारों के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण शनिवार को जिला चिकित्सालय की टीम ने किया तथा बीमार पाये गये लोगों को निःशुल्क दवा दी गई।
दुर्घटना के दौरान जल गये दस्तावेज फिर से दिलाये गये –
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि आईटीआई में निवासरत परिवारों में से 5 के बैंक खाते संबंधी दस्तावेज दुर्घटना के दौरान जल गये थे, उनकी नई पासबुक बनाने के लिये लीड बैंक प्रबन्धक के माध्यम से कार्यवाही शुरू कर दी है। इसी तरह जिन परिवारों की समग्र आईडी संबंधी दस्तावेज अग्नि दुर्घटना में जल गये थे, उन्हें समग्र आईडी का प्रिंट उपलब्ध कराया गया। साथ ही विधवा पेंशन संबंधी दस्तावेज जिन परिवारों के दुर्घटना के दौरान गुम हो गये थे, उन्हें नये दस्तावेज दिलाने की व्यवस्था नगर पालिका के माध्यम से की गई। नगर पालिका द्वारा आईटीआई में निवासरत परिवारों के चाय नाश्ते व भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है।
घायल पशुओं का इलाज लगातार जारी है –
इसके अलावा उपसंचालक पशु चिकित्सा द्वारा दुर्घटना से प्रभावित पशुओं के उपचार की व्यवस्था की जा रही है। शनिवार को उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ. एस.के. त्रिपाठी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री कमलेश पाटिदार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एच.पी. सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने भी आईटीआई राहत शिविर पहुँच कर वहां निवासरत पीड़ित परिवारों से मिलकर उनकी परेशानियां पूछी और उनकी समस्याओं के निराकरण की कार्यवाही की। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा दुर्घटना में घायल गाय, भैंस व बकरी का उपचार किया जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय त्रिपाठी ने बताया कि महिला बाल विकास विभाग के विभाग के कर्मचारी घटना से प्रभावित परिवारों के घर-घर जाकर जानकारी प्राप्त कर रहे है और इन परिवारों को विभागीय योजनाओं के तहत लाभान्वित किया जा रहा है।
राहत शिविर में निवासरत बच्चों की पढ़ाई व परीक्षा के लिये व्यवस्था की –
कलेक्टर श्री आदित्य सिंह ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि बैरागढ़ दुर्घटना के पीड़ित परिवारों को विभागीय योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। उन्होने सभी जिला अधिकारियों से कहा है कि वे स्वयं राहत शिविर में जाएं और लोगों से उनकी आवश्यकता पूछें और सुविधा उपलब्ध करायें। इसी क्रम में जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती पी.एम. सिंह ने शनिवार को आईटीआई में बनाये गये राहत शिविर का दौरा कर वहां निवासरत बच्चों से चर्चा की, जिसमें कुल 42 बच्चे चिन्हित किये गये, इनमें से कक्षा 10 एवं 8वीं बोर्ड की परीक्षाओं में कुल 7 बच्चे शामिल होना पाये गये। इन सातों बच्चों को छात्रावास में रहने की व्यवस्था की गई। इसके अलावा अन्य 35 बच्चों को आईटीआई कॉलेज में बनाये गये राहत शिविर में ही पढ़ाने के लिये शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई है। जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती सिंह ने बताया कि 5 बच्चों की किताबें दुर्घटना में जल गई थी, उन्हें नई पुस्तकें दिला दी गई है।