हरदा। बघेल हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर हरदा में एंजियोग्राफी तथा एंजियोप्लास्टी के बाद पेस मेकर भी सफलतापूर्वक किया गया।
बीएचआरसी ग्रुप के डायरेक्टर डॉ विशाल सिंह बघेल ने बताया कि एक मरीज बेहद ही गंभीर स्थिति में आया, जिसका हृदय लगभग पूर्ण रूप से ब्लॉक (बंद) हो चुका था, उसकी हृदय गति लगभग बंद हो चुकी थी। इसके कारण मरीज के नेचुरल पेस मेकर ने काम करना बंद कर दिया। मरीज को इमरजेंसी में कैथलैब में लेकर पहले तो अस्थाई पेस मेकर कर डालकर मरीज की हृदय गति को संतुलित किया, फिर 2 दिन पश्चात परमानेंट पेस मेकर डिवाइस डाल दिया गया है ।
जिससे कि अब उसका हृदय सही तरीके से काम करेगा और एक निर्धारित हार्ट रेट पर हार्ट अपनी नियमित रेगुलर इंटरवल पर क्रियाशील रहेगा। मरीज अब पूर्णतः स्वस्थ्य भी है। जब से बघेल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर हरदा में कैथलैब मशीन का शुभारंभ हुआ है तब से ऐसे कईं मरीजों की जान बचाई जा चुकी है।
हमारे विशेषज्ञ डॉक्टर्स में डॉ शैली राठी माहेश्वरी, डॉ सुनीत गौर एवं उनकी टीम बहुत कुशलतापूर्वक कार्य कर रही है। पेस मेकर के पहले ही दिन दो सफलतापूर्वक पेस मेकर डाले गए।