हरदा:ग्राम पंचायत सरपंच ने जिला जनसुनवाई में चार बार सचिव की शिकायत की नहीं हुई सुनवाई, पंचायत सचिव की हठधर्मिता से परेशान सरपंच सहित ग्रामीण ! सरपंच बोले बिकास कार्य रूक गए। कैसे होगा गांव का विकास।
हरदा। मंगलवार को जिला जनसुनवाई में ग्राम पंचायत मांदला के सरपंच विनय मांझी पहुंचे। हाथो में शिकायत के चार बार के आवेदन दिखाते हुए बोले में गांव मांदला का प्रधान हूं। पिछले चार बार मंगलवार को जिला जनसुनवाई में सचिव की शिकायत की लेकिन कोई भी जिम्मेदार जनपद और जिला पंचायत का अधिकारी सचिव को हटा नही रहा। और नही कोई कार्यवाही की।
सरपंच विनय ने बताया कि मुझे गांव के लोगो ने सरपंच चुना । ग्रामीणों को मुझ जैसे शिक्षित युवा सरपंच से बहुत उम्मीद है। लेकिन सचिव की लापरवाही अनदेखी के कारण पूरे बिकास कार्य रूक गए।
सचिव अपनी मनमर्जी से काम करते हैं। जिसके कारण पूरे गांव के ग्रामीण परेशान है। सचिव को हटाने के लिए चार बार अधिकारियो को लिखित शिकायत आवेदन दिया लेकिन एक बार भी जिले के अधिकारियो ने मेरे आवेदन को गंभीरता से नहीं लिया।
उन्होंने मकड़ाई एक्सप्रेस के माध्यम से प्रदेश के मुखिया मोहन यादव से मांग की है की गांव का बिकास केसे करें। जब एक सरपंच की ही सुनवाई जिले में नही हो रही है। सरपंच ने बताया कि पिछले चार बार जनसुनवाई में शिकायत की है। इसके अलावा जनपद के अधिकारियो को भी कई बार शिकायत कर चुका हूं। लेकिन कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा। आखिर सचिव से ऐसा कोन सा मोह अधिकारियो को है। ये बात समझ में नहीं आ रही।
क्या है शिकायत आवेदन।
ये शिकायत जनसुनवाई में भी की है।
श्री
श्रीमान मुख्य कार्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत खिरकिया जिला-हरदा।
द्वारा:-विनय मांझी सरपंच ग्राम पंचायत माँदला।
विषयः–ग्राम पंचायत माँदला के सचिव द्वारा विकास, निर्माण, स्वच्छता, जनकल्याणकारी एवं हितग्राही संबंधित कार्यों में रूचि न लेने हेतु बाबत।
महोदय,
विनम्र निवेदन है कि मैं ग्राम पंचायत माँदला सरपंच विनय मांझी मैं अपने अधिकारों के प्रति हमेशा अग्रसर हूं, अपना कार्य पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से कर रहा हूँ। सोशल मीडिया के जरिए आपकी संज्ञान में है। पर ग्राम पंचायत माँदला के सचिव सुरेश जी विश्वकर्मा अपनी हठ धर्मिता पर ज्यादा अग्रसर है। पंचायत संबंधित निर्माण कार्य विकास कार्य, स्वच्छता कार्य, जनकल्याणकारी, हितग्राही जैसे कार्यों पर उनके द्वारा कोई ध्यान एवं रुचि नहीं ली जा रही है।
निर्माण कार्य जैसे आंगनवाड़ी भवन, छत चबूतरा, दो सड़क, दो नाली, पंचायत क्षेत्र में साफ-सफाई, इन कार्यों पर इनकी बिल्कुल भी रूचि व ध्यान नहीं है। इस तरह की कार्य शैली से पंचायत की कार्य प्रक्रिया एवं विकास की गति धीमी हो रही, है। पंचायत क्षेत्र में सरपंच का ही कहना नहीं मानना एवं अपनी मनमानी चलाना, यदि मैं किसी प्रकार का कार्य
करता हूं तो उनका समय से पेमेंट नहीं करता। सचिव से यदि कार्य करने की बोलता हूं तो आज करेंगे कल करेंगे बोलकर टाल देते हैं। सरपंच, ज़िला, जनपद, य ग्राम पंचायत से सचिव सुरेश विश्कर्मा जी के पास कोई फोन लगते है तो, या तो फोन नहीं उठाते या फ़िर फ़ोन स्विच ऑफ़ कर लेते है, फिर चाहे स्थिति कुछ भी हो। कार्य नहीं होने की दशा में पंचायत की जनता 181 हेल्पलाइन लगाती है.
माँदला एक बड़ी पंचायत यहां सचिव अपनी जिम्मेदारी सही से पालन नहीं कर पा रहे है, ।
सुरेश विश्वकर्मा सचिव पर नियम अनुसार कार्रवाई की जाए। एवं कार्य करने का नोटिस दिया जाए
धन्यवाद
सरपंच विनय मांझी ग्राम पंचायत मॉदला