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डॉक्टर भरत काटकर के समर्थन में आया इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, SP को सौंपा ज्ञापन! पुतला फूंकने वाले पर कार्यवाही की मांग की!

हरदा। आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) हरदा के बैनर तले हरदा के डॉक्टरों ने पुलिस अधीक्षक अभिनव चौकसे के कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा। 

ज्ञापन में डॉक्टरों ने बताया कि हरदा के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. भरत कुमार काटकर को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा निरंतर मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है। इन तत्वों ने उनकी छवि खराब करने की साजिश रचते हुए सोशल मीडिया, मोबाइल फोन, और अन्य माध्यमों से झूठा प्रचार किया है।

डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि डॉ. काटकर को बदनाम करने के लिए प्रशासन पर निराधार शिकायतों के माध्यम से दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।

डॉक्टरों में रोष, पुतला जलाने की घटना से आहत है। 

बीते दिनों डॉक्टर भरत काटकर और एक प्रोफेसर के बीच अपेंडिक्स मरीज के इलाज को लेकर विवाद की स्थिति बनी मरीज के परिजनों ने लापरवाही का आरोप डॉक्टर काटकर पर लगाया था। इसी बीच प्रोफेसर और डॉक्टर का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था।

मंगलवार को डॉ. काटकर के क्लीनिक के बाहर नारेबाजी करते हुए प्रोफेसर और छात्र नेता ने उनका पुतला जलाया।

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इधर डॉक्टरों ने पुतला फूंकने की घटना की निंदा की और कहा कि ऐसी घटना से चिकित्सा समुदाय में आक्रोश है। डॉक्टरों ने कहा कि डॉ. काटकर एवं उनके परिवार को मानसिक रूप से गहरा आघात पहुंचा है। आईएमए हरदा के डॉक्टरों ने घटना की निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से चिकित्सा जगत में भय का माहौल बन गया है।

मरीज का गलत उपचार हुआ तो। स्वास्थ विभाग को शिकायत करना था।

ज्ञापन सौंपते समय डॉक्टरों ने कहा कि किसी मरीज को इलाज से असंतोष होने पर कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेना चाहिए। डॉक्टरों ने यह भी स्पष्ट किया कि देश के कानून के अनुसार शिकायतें जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) या पुलिस को दी जानी चाहिए।

 

इसके बाद सीएमएचओ जांच टीम गठित कर मामले की जांच करता है। यदि डॉक्टर दोषी पाए जाते हैं, तो मरीज उपभोक्ता कोर्ट में भी न्याय के लिए जा सकता है। ज्ञापन में डॉक्टरों ने मानसिक प्रताड़ना और अवैध ब्लैकमेलिंग से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने की मांग भी की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

गौरतलब है कि पहले प्रोफेसर सुनील कुमार ने सिविल लाइन थाने और एसपी कलेक्टर को डॉक्टर काटकर के खिलाफ शिकायत दी थी। प्रशासन की ओर से कोई मामला दर्ज न होने के बाद ही पुतला दहन की घटना हुई, जिससे विवाद और बढ़ गया है।

पुलिस अधीक्षक बोले न्यायसंगत कार्रवाई होगी

पुलिस अधीक्षक अभिनव चौकसे ने ज्ञापन प्राप्त करते हुए डॉक्टरों को आश्वासन दिया कि मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, “डॉक्टरों ने मीडिया ट्रायल और ब्लैकमेलिंग की शिकायत की है। पुतला जलाने की घटना भी गंभीर है। हम हर पक्ष को न्याय दिलाने के लिए उचित कदम उठाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि चिकित्सा सेवाएं बिना दबाव के चलती रहें।