Indore Cyber Crime : 18 देशो में स्थानीय लोगो के बैंक खाते और क्रिप्टो वालेट बेचने के मामले इमरान.इरफान गिरफतार
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर। इंटरनेट की दुनिया ने लोगो को बहुत सुविधाएं दी है जहां एक क्लिक पर हजारों रुपया एक खाते से दूसरे खाते में स्थानांतरित हो जाते है। लोगो का बैंको में लाइन लगाना परेशान होना से बचने का सीधा सा उपाए है इसके साथ अन्य देशो से रुपये बुलाने के लिए वर्चुअल वेलेट का उपयोग होता है जिसमें देश की मुद्रा का डालर में परिवर्तन किया जाता हैं। इसके लिए क्रिप्टो वेलेट बनाना पड़ता है। जिसमें सीक्रेट की का उपयोग होता हैं जो उसका पासवर्ड होता हैं। इसमें शातिर बदमाश लोग आमजन का रुपया फंसा लेते हैं।पुलिस के अनुसार ऐसा ही एक शातिर सायबर अपराधी हत्थे चढ़ा है जो देश ही अन्य देशो में क्रिप्टो वेलेट से डीलिंग जालसाजी धोखाधड़ी करता था।
राज्य साइबर सेल ने ऐसे जालसाज को गिरफ्तार किया है, जो टेलिग्राम और वाट्सएप के माध्यम से करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह से जुड़ा था। आरोपित देश के 17 राज्यों सहित पाकिस्तान, बांग्लादेश, केन्या, नाइजीरिया, इंडोनेशिया के साइबर अपराधियों के संपर्क में था। अपराधियों से यूएसडी डालर लेकर क्रिप्टो वालेट और बैंक खातें मुहैया करवाता था। एजेंसी को शक है कि आरोपित हैदराबाद में पकड़े गए 700 करोड़ की ठगी के आरोपितों से भी जुड़ा है।एसपी ;साइबर जितेंद्रसिंह के मुताबिक पुलिस को निजी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने 2 लाख 62 हजार रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी, यूट्यूब पर लाइक, सब्सक्राइब करने पर कमाई का झांसा दिया। साइबर विशेषज्ञों की जांच में खुलासा हुआ जिन दो खातों में रुपये ट्रांसफर हुए उनमें डेढ़ करोड़ रुपये जमा है। पुलिस मोबाइल नंबर के आधार पर आगे बढ़ी और खजराना से इरफान खान को हिरासत में लिया।
इरफान द्वारा बताया कि नंबर मौसी का बेटा इमरान गौरी निवासी मनसब नगर चला रहा है। बुधवार को पुलिस ने इमरान को भी हिरासत में ले लिया। आठवीं पास इमरान मूलत नागदा ;उज्जैन का रहने वाला है। कम्प्यूटर चलाने में माहिर इमरान ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर क्रिप्टो वालेट बनाना सीख लिया। वह क्रिप्टो वालेट ;खाते खरीदने वाले वाट्सएप ग्रूल जौकर से जुड़ गया। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ग्रुप पर चर्चा हुई और इमरान एक वालेट के बदले 2 से 4 डालर कमाने लगा।इमरान टेलिग्राम पर ही अकाउंट कमिशन ग्रुप से लिंक हुआ और करंटध्कार्पोरेटध्सेविंग खातों की सप्लाई शुरू कर दी। इमरान खजराना’,जावरा, नागदा और पीथमपुर क्षेत्र से कम आय वर्ग के लोगों के नाम से खाते खुलवा कर अपराधियों में सप्लाई करने लगा। इमरान ने करीब 60 अकाउंट बेच डाले। बदले में उसको 10 हजार से 50 हजार रुपये तक मिले।
एसपी के मुताबिकए इमरान ने बताया कि उसने अकाउंट के संबंध में पोस्ट भी शेयर की थी। उसने 10 अकाउंट तो स्वयं के नाम से बनाए थे। खाते खुलवाने के बाद आधार नंबरए आइएफएससी कोडए नेट बैंकिंग आइडीए पासवर्ड,ई.मेल और एटीएम नंबर.पिन अपराधियों को दे देता था। उसने हांगकांग बेस्ड एक्सचेंज बायनेंस में भी वालेट खुलवा लिया था। इस वालेट में ही अपराधियों के कमीशन लेता था।
एसपी के मुताबिक अभी तक की जांच में पाकिस्तान, यूके, पोलैंड, केन्या, नाइजीरिया, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, यूएसए, श्रीलंका, रोमानिया, यूक्रेन, साउथ अफ्रीका, तजीकिस्तान, मोलदोवा, किरगिस्तान, फिलिपींस, मलेशिया और मंगोलिया के संपर्कों का खुलासा हो चुका है। पुलिस को बड़ी संख्या में आरोपित के फोन से आधार, पैनकार्ड मिले हैं। पुलिस ने एक्चेंज को ई.मेल कर इमरान के वालेट की जानकारी मांगी है।