मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर : अनाथाश्रम वात्सल्यपुरम में एक चौंकाने वाला कांड हुआ है, जिसमें आश्रम में रह रही बच्चियों के साथ बर्बरता की घटनाएं सामने आईं हैं। इन बच्चियों के साथ विभिन्न तरीकों से टॉर्चर किया जा रहा था। मामले पर विजय नगर पुलिस ने बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट के आधार पर मैनेजर, केयर टेकर सहित पांच लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पल्लवी पोरवाल द्वारा लिखित रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसके आधार पर धारा 323 और जेजे एक्ट की धारा 75 के तहत केस दर्ज किया गया है।
बच्चियों ने समिति को बताया कि आयुषी केयर टेकर थी, सुजाता मैनेजर थी, और आरती और सुमन चंदेल भी मैनेजर के रूप में कार्य कर रही थीं। बबली तीन महीने के लिए काम करने आई थी, और इन लोगों ने उन बच्चों के साथ अत्यंत निर्ममता से पिटाई की थी। आयुषी और सुजाता ने एक बच्चे को रैलिंग से उलटा लटका दिया था और अन्य बच्चों को गरम तवे पर लाल मिर्च रखकर धुनी दी जाती थी। कुछ बच्चों को ऊपर से नीचे फेंका गया था, जबकि आयुषी ने एक बच्चे को गरम चिमटे से जलाया था। समिति ने सभी बच्चों से तथ्य लिए और उनके शरीर पर चोट के निशान देखे। कुछ बच्चों ने बताया कि एक बच्ची को बाथरूम में बंद रखा गया था और उसे दो दिनों तक खाना नहीं दिया गया था।
इसी के साथ, आश्रम-आश्रम वात्सल्यपुरम स्कीम.78 बाल किशोर न्याय अधिनिमय की धारा 41 के तहत बगैर रजिस्ट्रेशन चल रहा था | जिसपर स्थानीय पुलिस ने जाँच कर सील कर दी है। इस समय आश्रम में 21 बालिकाएं थीं, और इस मामले में समिति द्वारा जाँच की जा रही है।