ब्रेकिंग
सुश्री भारती किशोरी के मुखारबिंद से हो रही नानीबाई के मायरे की कथा वैश्य महासम्मेलन की टिमरनी तहसील इकाई की वार्षिक बैठक का हुआ आयोजन टिमरनी में कांग्रेसियों द्वारा अमित शाह की फोटो पर गेट वेल सुन मामू लिखकर गुलाब के फूल भेंट किए! हरदा: कुमुद ने जीता वर्ल्ड चेम्पियनशिप कराटे गोल्ड मेडल, हरदा जिले का नाम किया रोशन पुलिस लाइन हरदा में नशा एक अभियान जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन । नुक्कड़ नाटक के जरिये भी पुलिस बल... हरदा: भाजपा की जिला बैठक हुई सम्पन्न , विभिन्न विषयों पर हुई चर्चा, नवनियुक्त मंडल अध्यक्षों को दी ब... हंडिया:  हरदा विधायक डॉ. दोगने ने ग्राम हंडिया में विकास कार्यो का भूमि पूजन किया!  रहटगांव: स्वर्गीय माँगीलाल जी बटाने की द्वितीय पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर आयोजित !  चलती बस मे हाइवे पर लगी आग ! बस मे सवार सभी यात्री सकुशल फायर ब्रिगेड ने बुझाई आग टिमरनी: वन एवं वन्यप्राणी सुरक्षा के तहत् प्रशिक्षण सह-जागरूकता अभियान कार्यकम

Khandwa News: देवेंद्र वर्मा की नीतियों के खिलाफ काली पट्टी बांध प्रदेशाध्यक्ष को ज्ञापन देंगे पत्रकार |

खंडवा : खंडवा के विधायक देवेंद्र वर्मा का टिकट कटने के बाद वे पार्टी की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल जैसे कई बड़े पदाधिकारी को भी नीचा दिखा चुके हैं। अब अंग्रेजों की फूटो डालो नीति अपना रहे हैं। भाजपा से असंतुष्ट नेताओं की गैंग बना रहे हैं, ताकि मोदी जैसे सशक्त नेताओं को टिकट काटने पर अपनी ताकत दिखाई जा सके। मीडियाकर्मियों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं । विधायक निधि का भी टिकट कटने के बाद गलत इस्तेमाल हो रहा है । पुरानी डेट में कुछ पत्रकारों को चेक बांट दिए हैं। बाकी को इसलिए नहीं दिए, कि वह भाजपा का विरोध करें। और पार्टी की बदनामी हो।
मध्य प्रदेश मीडिया संघ की युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष श्याम शुक्ला ने विधायक की ऐसी नीतियों का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की छवि धूमिल करने वाले विधायकों का टिकट पहले ही कट चुका है। अब इस तरह के कामों से वे क्या सिद्ध करना चाहते हैं। विधायक की नीतियों का विरोध मीडिया संघ करेगा। बुधवार को मीडिया कर्मी काली पट्टी बांधेंगे। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और सांसद खंडवा को ज्ञापन भी भेजा जाएगा, जिसमें विधायक के पुराने प्रकरणों का भी उल्लेख होगा‌ उनकी संपत्ति और जाति संबंधी प्रमाण पत्र भी खंगाले जाएंगे। पिछले सालों में विधायक निधि का भुगतान किस तरह इस्तेमाल किया गया है। इसे भी उजागर किया जाएगा।