ब्रेकिंग
RTE Admission 2025: खुशखबरी! RTE के तहत आवेदन करने की तारीख आई, 2 मई को निकलेगा लॉटरी का रिजल्ट! MP: यात्री बस पलटने से 3 यात्रियों की मौत 25 घायल!  खातेगांव में 1.40 करोड़ की लागत से घटिया नालो का निर्माण, वार्ड पार्षद ने ठेकेदार के भुगतान पर रोक ल... होटलो में चल रहा सेक्स रैकेट का गंदा खेल ! पुलिस की छापामारी में मिली 23 युवतियां  7  युवक धराएं समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम 24 मार्च को होगा, देश की जनता के लिए जानना बहुत जरूरी 23 मार्च को शहीद दिवस क्यो कहा जाता है!  सभी अधिकारी राजस्व वसूली बढ़ाएं, प्रकरणों का निराकरण समय पर करें: कलेक्टर श्री सिंह ने सभी राजस्व अधि... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 23 मार्च 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे। डेढ़ साल पहले जिस महिला का हुआ था मर्डर वो जिंदा घर लौटी ,परिजन कर चुके थे  अंतिम संस्कार,  महिला की ... हरदा जिला जल अभावग्रस्त क्षेत्र घोषित: नलकूप व हेण्डपम्प खनन के लिये अब लेना होगी अनुमति

Khandwa News: जिले में कृषि भूमियों का व्यवसायीकरण, कौन करेगा कार्रवाई – शिवसेना

खंडवा : जिले में ग्रीन बेल्ट में कॉलोनियों का निर्माण हो रहा है। जबकि कृषि के लिए आरक्षित भूमि पर कोई भी निर्माण कार्य नहीं हो सकता है फिर भी निर्माण कार्य चल रहे हैं। इस ओर ना तो ग्राम निवेश विभाग और ना ही राजस्व विभाग ध्यान दे रहा है और ना ही कार्रवाई कर रहा है। उक्त टिप्पणी करते हुए समाजसेवी एवं शिवसेना प्रमुख गणेश भावसार ने कहा कि खंडवा से पंधाना तहसील तक एवं इंदौर रोड से लेकर बड़ी छैगांव, शहर के खानशाहवली क्षेत्र के आगे व आनंद नगर से लेकर जावर तक, हरसूड रोड की सड़क किनारे तक कालोनियां काटने का क्रम जारी है। श्री भावसार ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्या कृषि के लिए आरक्षित भूमि इन क्षेत्रों में नहीं है क्या? अगर है तो फिर क्यों इन क्षेत्रों में कृषि भूमियों का व्यवसायीकरण हो रहा है। यही वजह है कि व्यवसायीकरण के लिए होटल, मांगलिक भवन, कॉलोनियां, दुकानों के निर्माण की चर्चाएं शहर तो ठीक है अन्य जिलों में भी सोशल मीडिया की सुर्खियां भी बन रही है। जबकि मध्यप्रदेश सरकार ने रेरा कानून के अंतर्गत कॉलोनियां विकसित करने के लिए कठोर कानून बनाए हैं लेकिन स्थानीय इकाई ग्राम निवेश, राजस्व विभाग से लेकर नगर निगम, नगर परिषद संदेह के घेरे में आ रही है? उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह शहर से लगी बेस कीमती जमीने जो छोटे झाड़ के जंगलों का भी मद परिवर्तन करा गया है। शीघ्र ही इन मुद्दों को लेकर शिवसेना मध्यप्रदेश रेरा विभाग एवं और राजस्व मंत्री को पत्र के माध्यम से अवगत कराएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करेगी।