खिरकिया: मंदिर को भी नहीं छोड़ा कलयुग के लालची सौदागरों ने ! बुजुर्ग महिला द्वारा किया दान मंदिर स्थान , एक धर्म के ठेकेदार ने फर्जी दस्तावेज तैयार बेच दिया मंदिर और मकान !
◆ अक्टूबर 2024 में समिति बनाई।
मार्च 2025 में बेच दिया मंदिर सहित भूमि
◆ 6 से 7 महीने के अंदर ही मंदिर की भूमि बेची
हरदा। जिले के खिरकिया में एक मंदिर को बेचने का मामला सामने आया है। जिसमें भूमि और मंदिर को बेचा गया है। वो एक बुजुर्ग महिला के द्वारा मंदिर पूजा स्थल के लिए छोड़ा गया था। की गई शिकायत के अनुसार धर्म के कुछ ठेकेदारों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर उस भूखंड जिसमें मंदिर बना हुआ था। उसको बेच दिया ।
मिली जानकारी में , अग्रवाल समाज की बुजुर्ग महिला द्वारा मंदिर के लिए छोड़ी जगह पर दिगम्बर जैन समाज का मंदिर बना। दान की जगह पर ट्रस्ट बनाकर नगर पंचायत सीएमओ से उसे रहवासी भूमि निरूपित करवाकर जैन समाज के एक व्यक्ति द्वारा उसे मंदिर के सामने रहने वाले ब्राह्मण परिवार को बेचा गया है। मंदिर के लिए छोड़ी जगह की भूमि के निर्माण को पीछे की तरफ से ध्वस्त किया जा रहा है।
जिस महिला ने मंदिर के लिए जगह छोड़ी थी। अब उनके 70 वर्षीय पुत्र ने हरदा कलेक्टर, खिरकिया SDM सहित पंजीयक कार्यालय के रजिस्ट्रार के पास लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है।
दरअसल पूरा मामला पटवारी हल्का नंबर 18 वार्ड नंबर 04 मस्जिद रोड खिरकिया थाना छिपावड में स्थित है।
जिसे आवेदक ब्रजमोहन की मृतका माता श्री श्रीमती अजुध्या बाई द्वारा स्वयं की संपत्ति का एक भाग बृजमोहन समक्ष मंदिर हेतु अधिकृत किया है। उसे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बिक्री कर, क्रेता द्वारा ध्वस्त किया जा रहा है।
इस मामले में खिरकिया में वर्ष 2020 में बिना किसी उचित एवं सक्षम आधिकारिक अनुमति के मंदिर में स्थापित मूर्ति को श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर नामक फर्जी एवं निजी संस्था (अपंजीकृत) द्वारा मूर्ति को विस्थापित किया गया।
(पूजा स्थल को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेचने (रजिस्ट्री कराने) एवं निर्मित मंदिर भवन को तोड़ा जा रहा है। इस मामले में नगर पालिका सीएमओ की भूमिका भी संदिग्ध है। वही मंदिर की भूमि को रहवासी किस आधार पर दिखाया गया। जो कि जांच का विषय है।
● क्या कहते जिम्मेदार अधिकारी:
“मंदिर या ट्रस्ट की जमीन बिकती नहीं है। आपसे जानकारी मिली है। मैं दिखवाता हूं। “
आत्माराम सांवरे सीएमओ नपा खिरकिया
“मैं देखकर बताता हूं। क्या शिकायत थी।”
-अशोक डेहरिया एसडीएम खिरकिया