मध्य प्रदेश की सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें आर्थिक लाभ देने के लिए लगातार नए कदम उठा रही है। लाडली बहना योजना के माध्यम से पहले ही बहनों को हर महीने ₹1250 की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। अब इसी पहल को आगे बढ़ाते हुए ‘लाडली बहना एक्सप्रेस’ की शुरुआत की गई है। इस विशेष बस सेवा में महिलाओं और छात्रों को किराए में 50% की छूट मिलेगी, जो उनके दैनिक जीवन को और सुविधाजनक बनाएगी।
बैतूल से भैंसदेही के बीच चलेगी लाडली बहना एक्सप्रेस
लाडली बहना एक्सप्रेस की शुरुआत मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में हुई है। यह बस सेवा विशेष रूप से बैतूल से भैंसदेही के बीच संचालित होगी। स्थानीय बस सेवा यादव बस सर्विस के संचालक अमित यादव ने इस पहल की शुरुआत की है। इस सेवा के तहत प्रतिदिन दो ट्रिप चलाई जाएंगी, जिससे बड़ी संख्या में स्थानीय लोग लाभान्वित होंगे।
महिलाओं और छात्रों के लिए विशेष छूट
इस बस सेवा में स्कूली और कॉलेज के छात्रों के साथ-साथ महिलाओं को किराए में 50% की विशेष छूट दी जाएगी। यह कदम खासतौर पर उन महिलाओं और छात्रों के लिए सहायक होगा, जो रोजाना पढ़ाई या काम के सिलसिले में यात्रा करते हैं। छूट के कारण यात्रा खर्च में कमी आएगी, जिससे परिवारों की आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
लाडली बहना एक्सप्रेस केवल एक परिवहन सेवा नहीं है, बल्कि यह महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने का एक माध्यम भी है। इससे महिलाओं को न केवल यात्रा में सहूलियत मिलेगी, बल्कि यह उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में भी मदद करेगी। स्थानीय विधायक हेमंत खंडेलवाल ने इस पहल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन भी इस कदम का समर्थन कर रहे हैं।
लाडली बहना एक्सप्रेस के शुरू होने से बैतूल और भैंसदेही के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। खासतौर पर उन महिलाओं और छात्रों के लिए, जो रोजाना लंबी दूरी तय करते हैं। किराए में छूट के कारण उनके यात्रा खर्च में कमी आएगी, जिससे वे अन्य जरूरी कार्यों में अपनी बचत का उपयोग कर सकेंगे।
अमित यादव जैसे स्थानीय व्यवसायी द्वारा इस प्रकार की पहल करना यह दर्शाता है कि समाज में महिलाओं और छात्रों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ रही है। लाडली बहना एक्सप्रेस केवल एक बस सेवा नहीं है, बल्कि यह एक नई सोच का प्रतीक है, जो महिलाओं और युवाओं के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
यदि यह पहल सफल रहती है और लोगों को इससे व्यापक लाभ मिलता है, तो अन्य क्षेत्रों में भी ऐसी सेवाओं की शुरुआत की जा सकती है। इससे न केवल महिलाओं और छात्रों को लाभ मिलेगा, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान देगा।