Maiya Samman Yojana: दोस्तो, आज हम बात करेंगे एक ऐसी बड़ी गलती के बारे में, जिसके कारण राज्य की लगभग 1 लाख महिलाओं को मंइयां सम्मान योजना का फायदा नहीं मिल पा रहा है। आपको याद होगा कि इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपनी रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा कर सकें। लेकिन अभी तक, जो महिलाएं इस योजना का लाभ लेने का इंतजार कर रही थीं, उन्हें पैसे नहीं मिले हैं।
तो चलिए, समझते हैं कि ये गलती कैसे हुई और इसका समाधान क्या है।
पहली गलती: बैंक अकाउंट में गलत जानकारी
जब महिलाओं ने मंइयां सम्मान योजना के लिए आवेदन किया, तो उन्होंने अपने बैंक अकाउंट का नंबर और IFSC कोड सही से भरा नहीं। आप सोच रहे होंगे कि यह कितनी बड़ी गलती हो सकती है, लेकिन ऐसी छोटी-छोटी गलतियों का असर कई बार बड़ी समस्याओं के रूप में सामने आता है। अगर बैंक अकाउंट नंबर गलत होता है, तो पैसे ट्रांसफर नहीं होते। इसी गलती के कारण, कई महिलाएं जो योजना के लिए पात्र थीं, उन्हें पैसे नहीं मिल पाए।
गलती सुधारने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था नहीं है
अब ये जो गलतियां हुईं, उन्हें सुधारने के लिए कोई ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध नहीं है। जिन महिलाओं ने बैंक अकाउंट नंबर या IFSC कोड में गलती की है, उन्हें अपनी गलती सुधारने के लिए रोज़ाना अंचल कार्यालय या प्रज्ञा केंद्र का चक्कर लगाना पड़ रहा है। इस प्रक्रिया में समय और मेहनत दोनों लग रहे हैं, और महिलाएं परेशान हो रही हैं।
कहाँ कहाँ हो रही है समस्याएं?
राज्य के कई जिलों में यह समस्या देखने को मिली है। हजारीबाग जिले में लगभग 2 लाख 91 हजार महिलाओं ने आवेदन किया था, जिसमें से 19,505 महिलाओं के खातों में पैसा भेजा गया था, लेकिन फिर से भुगतान फेल हो गया। इसका कारण यही गलती है। रामगढ़ जिले में भी करीब 36 हजार महिलाओं के बैंक खातों में पैसा नहीं गया है। हालांकि, सुधार के लिए आवेदन लिए गए हैं, लेकिन ऑनलाइन विकल्प नहीं होने के कारण यह सभी आवेदन ऑफलाइन ही रह गए हैं।
महिलाएं दोबारा आवेदन करने के लिए जा रही हैं कार्यालय
मामला यहीं नहीं रुका। हजारीबाग सदर अंचल कार्यालय पहुंची संगीता कुमारी ने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन फॉर्म जमा किया था, लेकिन फिर भी उन्हें राशि नहीं मिली। अब वह दोबारा आवेदन देने आई हैं। इसी तरह मटवारी गांव की मोनिका सिंह ने भी बताया कि ऑनलाइन आवेदन करने के बावजूद उन्हें पैसा नहीं मिला। वह अब सुबह से फार्म जमा करने के लिए लाइन में खड़ी हैं।
खिरगांव निवासी सब्बा कौशर और शबनम निशा का कहना है कि उन्होंने भी ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन राशि नहीं मिली। उन्होंने कई बार कार्यालय का चक्कर भी लगाया है।
जल्दी सुधार की व्यवस्था की जाए
हजारीबाग सदर प्रखंड के 20 सूत्री अध्यक्ष बबलू कुमार मेहता का कहना है कि यह सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, लेकिन ऑनलाइन विकल्प न होने के कारण बहुत सी महिलाएं लाभ से वंचित हो रही हैं। हर दिन सैकड़ों महिलाएं आवेदन लेकर आती हैं। सरकार को तुरंत इस समस्या का समाधान करना चाहिए और महिलाओं के लिए त्रुटियों को सुधारने की व्यवस्था करनी चाहिए।
सीओ सदर अंचल का बयान
इस बारे में जानकारी देते हुए सीओ सदर अंचल मयंक भूषण ने कहा कि अब ऑनलाइन आवेदन के बाद ऑफलाइन आवेदन लेना अनिवार्य हो गया है। महिलाएं अब इसके लिए आ रही हैं। अगर ऑनलाइन आवेदन में कोई गलती है, तो फिलहाल उसे सुधारने का विकल्प नहीं है, लेकिन धीरे-धीरे इसे सुधारने की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है।
समाधान का रास्ता क्या है?
हालांकि, इस समय ऑनलाइन सुधार की कोई व्यवस्था नहीं है, लेकिन अगर आप भी मंइयां सम्मान योजना के लाभ से वंचित हैं, तो आपको अपने आवेदन में सुधार करने के लिए अंचल कार्यालय या प्रज्ञा केंद्र जाना होगा। जहां से आपको अपनी गलत जानकारी सुधारने का मौका मिलेगा।
दोस्तो, यह योजना महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और हमें उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालेगी। अगर आपने भी आवेदन किया था और आपको राशि नहीं मिली, तो इस बारे में संबंधित कार्यालय से संपर्क जरूर करें।