मनीष कश्यप ने लिया विधायक संजीव कुमार का इंटरव्यू
शिक्षा मंत्री के राममंदिर वाले बयान पर जताई नाराजगी
हिंदू धर्म में सहनशीलता है, कमजोरी नहीं
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 बिहार : प्रदेश के यूट्यूबर मनीष कश्यप अभी बहुत ही जबरदस्त माहौल बना कर रखा है। इस समय अपने ऊपर हुई कार्रवाई को लेकर हर रोज डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को टारगेट कर रहे है। अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के विधायक भी मनीष कश्यप के पाले गेंद कर रहे है। मनीष कश्यप से उनकी बात का विडियों वायरल हो रहा है। जिसका वीडियो मनीष ने अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया है। देश में अभी अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का मुद्दा भी चर्चा में है। प्रदेश में भी इसको लेकर राजनीतिक हलचल है। दिग्गज नेता लालू यादव और तेजस्वी यादव आदि नेता राम मंदिर को लेकर अपने अपने बयान दे रहे हैं।
शिक्षा मंत्री का विवादित बयान- प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने मंदिर को लेकर कहा कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता है। स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता है। उनके इस बयान से प्रदेश में बबाल मच गया है। बताया जा रहा है कि शिक्षा मंत्री हमेशा हिंदू धर्म के विरोध में बयान देते हैं|
मनीष कश्यप ने लिया विधायक संजीव कुमार इंटरव्यू –
मनीष कश्यप ने शिक्षा मत्री के इस बयान को लेकर जदयू विधायक संजीव कुमार ने कहा कि शिक्षा मंत्री धर्म के विरोध में बोलते रहते हैं, जबकि वह हिंदुओं के वोट से जीतकर आते हैं और उन्हीं के खिलाफ बोलते हैं। उन्होने आगे कहा कि शिक्षा मंत्री को चुनाव में जनता जूते की माला पहनाएगी। बिहार का दुर्भाग्य है, जो इस तरह का शिक्षा मंत्री कुर्सी पर बैठा है।
हिंदू धर्म में सहनशीलता है, कमजोरी नहीं –
मनीष कश्यप को दिए इंटरव्यू में संजीव कुमार ने कहा कि देश मे अभिव्यक्ति की आजादी है तो इसका मतलब यह नही कि आप कुछ भी बोल देंगे। हिंदू धर्म की सहनशीलता को ये लोग कमजोरी समझ बैठे है।यह लोग राम चरित मानस पर खुलकर बोलते है, अगर वह कुरान के बारे में बोलते असर नजर आ जाता। संजीव कुमार ने कहा कि शिक्षा मंत्री का सोच बहुत गिरा हुआ है। राम मंदिर से विकास होगा लोगो की आय बढ़ेगी।उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री को पागलखाने भेजना चाहिए, मैं उनको शिक्षा मंत्री नहीं मानता हूं, हर समय हिंदू धर्म के विरोध में बोलते हैं।संजीव कुमार ने कहा कि हम नीतिश कुमार के सिपाही है। जनता नेताओ को वोट देती उनके विकास के लिए यह उनके विरोध में बोल रहे है।