नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम ने आज अपनी हॉफ सेंचुरी पूरी कर ली है। मन की बात के 50वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि रेडियो जन-जन से जुड़ा हुआ है और रेडियो की बहुत बड़ी ताकत संचार की पहुंच और उसकी गहराई है, शायद रेडियो की बराबरी कोई नहीं कर सकता। मोदी ने कहा कि जब मैंने 2014 में इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी तभी तय कर लिया था कि इसमें राजनीति न हो, न इसमें सरकार की वाह-वाही हो, न इसमें कहीं मोदी हो और मेरे इस संकल्प को निभाने के लिए सबसे बड़ा संबल, सबसे बड़ी प्रेरणा आप सबसे मिली है।
मोदी के मन की बात
- मोदी आएगा और चला जाएगा, लेकिन यह देश अटल रहेगा, हमारी संस्कृति अमर रहेगी। 130 करोड़ देशवासियों की छोटी-छोटी यह कहानियां हमेशा जीवित रहेंगी। इस देश को नई प्रेरणा में उत्साह से नई ऊंचाइयों पर लेती जाती रहेंगी।
- सरकारी बात नहीं है – यह समाज की बात है।
- भारत का मूल-प्राण राजनीति नहीं है, भारत का मूल-प्राण राजशक्ति भी नहीं है।
- कब किसी सरकार की इतनी ताक़त होगी कि #SelfieWithDaughter की मुहिम हरियाणा के एक छोटे से गांव से शुरू होकर पूरे देश में ही नहीं, विदेशों में भी फैल जाए।
- आपकी भेजी स्वच्छता की कहानियों ने और लोगों के ढ़ेर सारे उदाहरणों ने, न जाने कब घर-घर में एक नन्हा स्वच्छता का ब्रांड एम्बेसडर खड़ा कर दिया है, जो घरवालों को भी टोकता है और कभी-कभी फोन कॉल कर प्रधानमंत्री को भी आदेश देता है।
- कभी-कभी ‘मन की बात’ का मजाक भी उड़ता है लेकिन मेरे मन में हमेशा ही 130 करोड़ देशवासी बसे रहते हैं, उनका मन मेरा मन है।
- भारत जैसे देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए जन-सामान्य की प्रतिभाएं पुरुषार्थ को उचित स्थान मिले, यह हम सबका एक सामूहिक दायित्व है और ‘मन की बात’ इस दिशा में एक नम्र और छोटा सा प्रयास है।
- कभी-कभी राजनीतिक घटनाएं और राजनीतिक लोग, इतने हावी हो जाते हैं कि समाज की अन्य प्रतिभाएं और अन्य पुरुषार्थ दब जाते हैं।