MP BIG NEWS:दुष्कर्म का आरोप लगते विवादों में रहने वाला तहसीलदार हुआ फरार, पुलिस ने रखा 5 हजार का इनाम, पीड़ित ने भी रख दिया 50 हजार का इनाम
बहुचर्चित तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान पर दुष्कर्म का आरोप लगा और वह फरार हो गया है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 5 हजार का इनाम घोषणा की। वहीं पीड़िता ने पकड़ने पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 ग्वालियर।शहर मे बिगत वर्ष से तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान बहुत ही चर्चा में बने हुए। सूत्रो की माने तो इन पर दुष्कर्म का आरोप, एफआईआर और पहले के कार्यकाल में ढेरों मुकदमे, इसके बाद भी तहसीलदार पर कोई कार्रवाई नहीं। विवादित तहसीलदार का गुपचुप तबादला बैतूल हो गया और अचम्भा तो इस बात का पुलिस तक को यह खबर नहीं लगी।
पुलिस ने किया 5000 का इनाम घोषित
अब फरार तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान पर पुलिस ने पांच हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। इसके बाद रेप पीड़िता ने खुद ही तहसीलदार पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया। आरोपित की तलाश में महिला थाना पुलिस ने टीमों को लगाया है, लेकिन घर पर ताला लगा हुआ है।
क्या था मामला
जानकारी के अनुसार जिले में शत्रुघ्न सिंह चौहान यहां भितरवार तहसील में पदस्थ थे। उक्त महिला की ओर से तहसीलदार के खिलाफ आरोप लगाकर शिकायत की गई कि उसको शादी का झांसा देकर शोषण किया और दुष्कर्म किया। तहसीलदार ने एक बार गर्भपात भी कराया। शत्रुघ्न सिंह चौहान पर शादी का झांसा देकर करीब 17 साल तक लिव इन रिलेशन में रखकर रेप करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
महिला को एक बेटा भी है
महिला के मुताबिक उसके पति का देहांत साल 2006 में हो गया था जिसके बाद वो तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह के संपर्क में आई और फिर उनके संबंध बन गए। जिसके बाद साल 2014 में उसने एक बेटे को जन्म दिया। रेप के आरोप लगने के बाद तहसीलदार अंडरग्राउंड हो गया है। इस शिकायत के सामने आते ही कलेक्टर की ओर से भितरवार तहसीलदार को हटाकर जिला मुख्यालय में लैंड रिकॉर्ड कार्यालय में अटैच कर दिया गया था। लेकिन तहसीलदार ने यहां ज्वाइन ही नहीं किया और मेडिकल लगा दिया। इसके बाद महिला की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने तहसीलदार चौहान पर दुष्कर्म का मामला दर्ज किया। घोर अचम्भा मामला दर्ज होने के बाद तहसीलदार का तबादला बैतूल हो गया।
पुलिस की पकड़ ढीली क्यू है
पुलिस सामान्य आरोपियो को जल्द पकड़ लेती है, लेकिन यहां तहसीलदार का मामला है और तो वह फरार चल रहा है। प्रशासन का एक तहसीलदार दुष्कर्म जैसे मामले के से लेकर डकैती व संगीन धाराओं में अपराध के बाद भी पद पर काबिज है, यह अजब मामला है।
तहसीलदार चौहान ने कोर्ट में जमानत याचिका भी पेश की थी, जिसे कोर्ट ने नामंजूर कर दिया। कोर्ट ने टिप्पणी में यह भी कहा था कि जिस अधिकारी पर इतने मामले दर्ज हैं, वह नौकरी कर रहा है।