MP Board छात्रों के लिए ज़रूरी खबर! कॉपियां जांचने के नियम बदले, शिक्षकों को करना होगा ये काम!
MP Board 10वीं-12वीं के छात्रों के लिए बड़ी खबर! कॉपियों का मूल्यांकन शुरू, नए नियम लागू। शिक्षकों को क्या करना होगा और छात्रों को कैसे होगा फायदा? पूरी जानकारी के लिए पढ़ें!
दोस्तों, अगर आप MP Board के 10वीं या 12वीं के छात्र हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत ज़रूरी है! MP Board ने 2025 की परीक्षाओं की कॉपियां जांचने के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। इससे छात्रों को फायदा होगा और कॉपियां सही तरीके से चेक होंगी। तो चलिए, जानते हैं क्या हैं नए नियम।
शुरू हो गया है कॉपियों का मूल्यांकन
MP Board ने 10वीं और 12वीं की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू कर दिया है। बोर्ड का लक्ष्य है कि 45 दिनों में सभी कॉपियां जांच ली जाएं। इस बार कॉपियां जांचने वाले शिक्षकों को खास ट्रेनिंग दी गई है, जिससे वे बेहतर तरीके से कॉपियां चेक कर सकें।
तीन स्तर पर होगी कॉपियों की जांच
इस बार कॉपियों की जांच तीन स्तर पर होगी:
- मुख्य परीक्षक (Chief Examiner): ये सबसे बड़े अधिकारी होंगे जो कॉपियों की जांच पर नज़र रखेंगे।
- उप मुख्य परीक्षक (Deputy Chief Examiner): ये मुख्य परीक्षक की मदद करेंगे और कॉपियों की जांच में सहायता करेंगे।
- परीक्षक (Examiner): ये शिक्षक कॉपियों को चेक करेंगे और नंबर देंगे।
कब से कब तक होगी जांच?
पहले चरण की जांच 13 मार्च से शुरू हो गई है। इसमें 1 मार्च तक हुए पेपरों की कॉपियां जांची जा रही हैं। दूसरे चरण की जांच 21 मार्च से शुरू होगी।
कितने शिक्षक करेंगे कॉपियों की जांच?
पहले चरण में लगभग 5,000 शिक्षकों को कॉपियां जांचने के काम में लगाया गया है। हाईस्कूल के 6 विषयों के लिए हर विषय में लगभग 60-60 शिक्षक और हायर सेकेंडरी के विषयों के लिए लगभग 30-30 शिक्षकों को लगाया गया है। दूसरे चरण में लगभग 40,000 शिक्षक कॉपियां जांचेंगे।
शिक्षकों के लिए क्या हैं नियम?
- एक शिक्षक को एक दिन में कम से कम 30 और ज्यादा से ज्यादा 45 कॉपियां जांचनी होंगी।
- शिक्षकों को कॉपियां जांचने के बाद ऑनलाइन नंबर डालने होंगे।
- अगर किसी छात्र ने एक ही सवाल का जवाब कई बार लिखा है, तो शिक्षक सिर्फ एक जवाब को ही चेक करेंगे।
- कॉपियां जांचने के बाद उप मुख्य परीक्षक फिर से चेक करेंगे कि कोई गलती तो नहीं हुई है।
कितने पैसे मिलेंगे?
शिक्षकों को 10वीं की कॉपी जांचने के लिए 15 रुपये और 12वीं की कॉपी जांचने के लिए 16 रुपये मिलेंगे।
कॉपियों की सुरक्षा
- मूल्यांकन केंद्रों पर CCTV कैमरे लगाए जाएंगे, जिनसे लगातार निगरानी रखी जाएगी।
- लगभग 200 संवेदनशील केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे, ताकि कोई गड़बड़ी न हो सके।
खास ध्यान
- जिन छात्रों के 90% से ज्यादा नंबर होंगे, उनकी कॉपियां दोबारा चेक की जाएंगी।
- सभी शिक्षकों को आंसर की (Answer Key) दी जाएगी, ताकि वे सही तरीके से कॉपियां जांच सकें।
- शिक्षकों को नंबर डालने से पहले दो-तीन बार चेक करने को कहा गया है, ताकि कोई गलती न हो।
- अगर कोई शिक्षक गलत तरीके से कॉपियां जांचता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
- अगर कॉपी चेक करने में एक नंबर की भी गलती होती है, तो शिक्षक पर 100 रुपये का जुर्माना लगेगा और उसे आगे कॉपियां जांचने के लिए नहीं बुलाया जाएगा।
अंक योजना में बदलाव
इस बार परीक्षा में छोटे प्रश्नों की संख्या ज्यादा होगी और बड़े प्रश्नों की संख्या कम होगी।
- 10वीं में 30 नंबर के वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Questions) होंगे। पेपर 75 नंबर का होगा और 25 नंबर का इंटरनल असेसमेंट (Internal Assessment) होगा।
- 12वीं में प्रैक्टिकल वाले विषयों का पेपर 70 नंबर का होगा और 30 नंबर का प्रैक्टिकल होगा। बिना प्रैक्टिकल वाले विषयों का पेपर 80 नंबर का होगा।
छात्रों को कैसे होगा फायदा?
इन नए नियमों से छात्रों को कई फायदे होंगे:
- कॉपियां सही तरीके से जांची जाएंगी, जिससे छात्रों को उनके सही नंबर मिलेंगे।
- गलती होने की संभावना कम होगी, जिससे छात्रों को नुकसान नहीं होगा।
- मेरिट वाले छात्रों की कॉपियां दोबारा चेक होने से उन्हें और भी अच्छा स्कोर करने का मौका मिलेगा।
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