MP breking news :: बुरहानपुर में झमाझम वर्षा से गेहूं,चना,केला और मक्का की सैकड़ों हेक्टेयर फसलें बर्बाद,किसानों की आंखों से आंसू निकलें
जिले में करीब 23 हजार हेक्टेयर में गेहूं, 21 हजार हेक्टेयर में चना, 12 हजार हेक्टेयर में मक्का और 12 हजार हेक्टेयर में केला फसल बोई गई थी झमाझम वर्षा से फसलें बर्बाद हो गई
मकड़ाई समाचार बुरहानपुर| शनिवार को जिले में रातभर झमाझम वर्षा हुई। जिससे सैकड़ों हेक्टेयर में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं। रविवार सुबह खेतों में पहुंचे किसानों की आंखों से आंसू निकल आए। खेतों में खड़ी चना, गेहूं, मक्का और केला फसल को भारी नुकसान हुआ है। ज्ञात हो कि बीते एक सप्ताह में यह तीसरा मौका है, जब वर्षा ने किसानों को रुलाया है। इससे पहले दो बार बारिश हो चुकी है, लेकिन तब एक-दो घंटे की वर्षा से फसलें सिर्फ भीगी थीं। शनिवार रात करीब साढ़े दस बजे से वर्षा का दौर शुरू हुआ तो सुबह चार बजे तक चला। इसके साथ ही तेज हवा ने गेहूं और केले के पौधों को जमीन पर लिटा दिया है। शनिवार शाम धूलकोट क्षेत्र के गंभीरपुरा मे वर्षा के साथ बेर के आकार के ओले भी गिरे थे। बुरहानपुर जिला प्रशासन ने फिलहाल कृषि और राजस्व विभाग का एक संयुक्त दल गठित किया है। यह दल सोमवार से गांवों में जाकर फसलों की स्थिति देखेगा।
2300 हजार हेक्टेयर है गेहूं का रकबा
कृषि विभाग के अनुसार जिले में करीब 23 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी की गई थी। करीब 21 हजार हेक्टेयर में चना, 12 हजार हेक्टेयर में मक्का और 12 हजार हेक्टेयर में केला फसल बोई गई थी। शाहपुर क्षेत्र के भावसा, खामनी, मालवीर, मोहद बंभाड़ा सहित अन्य गांवों में रबी सीजन की फसलों के साथ तरबूज फसल को भी नुकसान होने की खबर है। इसी तरह खकनार क्षेत्र के धाबा, डोईफोड़िया, खकनार सहित अन्य गांवों में केला फसल को भी नुकसान पहुंचा है। नेपानगर और बुरहानपुर के आसपास भी फसलों को क्षति हुई है।