ब्रेकिंग
Live maa narmda: मां नर्मदा का रौद्र रूप देखे वीडियो, लगातार हो रही बारिश से तेजी से बढ़ रहा जलस्तर रेत का अवैध परिवहन कर ले जा रहे 2 ट्रेक्टर ट्राली करताना पुलिस ने पकड़ी। केस दर्ज भारतीय किसान संघ रहटगांव तहसील के प्रतिनिधि मंडल ने आज हरदा कलेक्टर सिद्धार्थ जैन से मुलाकात की अब निजी चिकित्सक देंगे हरदा के संजीवनी क्लिनिकों पर अपनी सेवाएं : कलेक्टर श्री जैन ने निजी चिकित्सको... मप्र में मूँग और उड़द की खरीदी आज से प्रारम्भ!  जानिए क्या है मूँग और उड़द का समर्थन मूल्य तस्वीर देखिए सीएम मोहन यादव सरकार: धरती पुत्र किसान परिवार के महिलाएं , बच्चे , बुजुर्ग सभी खाद के... उज्जैन: मोहर्रम के जुलूस में बवाल युवकों ने बेरिकेड्स गिराये , 6 पुलिसकर्मी घायल Aaj ka rashifal: आज दिनांक 7 जुलाई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे गुर्जर समाज के होनहार उत्कृष्ट अंकों से सफलता हासिल करने छात्र छात्राओं का हुआ सम्मान  !   मप्र बिग न्यूज: भारी बारिश की संभावना को देखते हुये कलेक्टर ने जारी किया आदेश

MP NEWS : Janmashtami 2021 कृष्ण भक्ति का चमत्कार, साध्वी के हाथ में रोज अपने आप बन जाता है मक्खन

मकड़ाई समाचार सीहोर। आज के युग में भगवान की भक्ति का ऐसा चमत्कार मिलना दुर्लभ ही है। सीहोर में कृष्ण भक्ति Krishna Devotion के चमत्कार का यह नजारा रोज दिखाई देता है। यहां की एक साध्वी कान्हा की भक्ति में ऐसी रम गई है कि वस्तुत: वे आधुनिक युग की मीराबाई बन गई हैं।

जिले के एक गांव मोलगा में रहनेवाली साध्वी सुनीता वर्मा कृष्णजी की अनन्य भक्त हैँ। वे कृष्ण मंदिर Krishna Mandir में ही रहती हैं, दिनभर कृष्ण की पूजा—पाठ—भजन—कीर्तन में लगी रहती हैं. बचपन से ही उन्हें श्रीकृष्ण Shri Krishna से लगाव था, वे पूजा करती थीं।

- Install Android App -

वे बताती हैं कि बाल्यकाल में एक रात श्रीकृष्ण ने सपने में आकर कहा— तुम द्वापर युग में गोपी थीं। अन्य गोपियां तुम्हारा मक्खन छीनकर खा लेती थीं, इस बार अब मैं तुम्हें मक्खन का ही वरदान देता हूं। दूसरे दिन जैसे ही पूजा समाप्त हुई हाथ पर अपने आप मक्खन आने लगा।

इसके बाद तो रोज ही यही होता है। साध्वी सुनीता बाई जैसे ही गीता पाठ के बाद उठती हैं, यह चमक्कार प्रारंभ हो जाता है। कई सालों से उनके हाथों से रोज यूं ही खद ब खुद मकखन निकलता है और वे इसे प्रसाद के रूप में बांट देती हैं। उनके इस चमत्कार को देखने के लिए कई लोग रोज गांव में मंदिर में आते हैं।

वे न केवल इस चमत्कार को अपनी आंखों से देखते हैं बल्कि पूजा के बाद इस मक्खन को ही प्रसाद के रूप में प्राप्त भी करते हैं। जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर इस गांव की पहचान ही साध्वी सुनीता बाई के कारण होने लगी है। जन्माष्टमी Janmashtami पर गांव में विशेष आयोजन होते हैं।