MP Weather: मध्य प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट बदली है! कई शहरों में सर्द हवाओं ने दस्तक दे दी है। क्या फिर से स्वेटर और जैकेट निकालने पड़ेंगे? जानिए आने वाले दिनों का मौसम का हाल और किसानों के लिए क्या है खबर।
दोस्तों, मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। लग रहा था कि ठंड अब पूरी तरह से चली गई है और गर्मी दस्तक देने वाली है, लेकिन सर्द हवाओं ने अचानक वापसी कर ली है। कई शहरों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को फिर से ठंड का एहसास होने लगा है।
क्यों बदला मौसम का मिजाज?
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके रायकवार के अनुसार, वर्तमान में कोई भी प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। लेकिन हवाओं का रुख उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। इसका मतलब है कि ठंडी हवाएं उत्तर भारत की तरफ से आ रही हैं, जिसकी वजह से मध्य प्रदेश में तापमान गिर रहा है। अनुमान है कि ये स्थिति अभी दो दिन तक बनी रह सकती है।
कहां कितना गिरा तापमान?
बुधवार को प्रदेश में सबसे कम तापमान राजगढ़ में 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा गुना में रात का तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस और हिल स्टेशन पचमढ़ी में 10.3 डिग्री सेल्सियस रहा। दिन का सबसे कम तापमान रीवा में 26.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को ठंड का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। लेकिन, शुक्रवार से तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी होने की संभावना है। यानी, आपको थोड़ी राहत मिल सकती है।
लेकिन मौसम में एक और बदलाव आने वाला है। 9 मार्च से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में पहुंचने वाला है। इसके बाद एक बार फिर धूप में तल्खी बढ़ने लगेगी और तापमान में वृद्धि होगी।
उत्तर भारत में बर्फबारी और ओलावृष्टि
लगातार पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी और वर्षा हुई है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मंगलवार को हिमपात और वर्षा के साथ कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हुई, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, 10 से 12 मार्च को कश्मीर में फिर हिमपात और बारिश की संभावना है। साथ ही कांगड़ा और शिमला में ओलावृष्टि भी हो सकती है।
किसानों के लिए खुशखबरी!
मौसम की खबर के साथ-साथ किसानों के लिए भी एक अच्छी खबर है। चिड़ावद क्षेत्र के ग्राम टोंककलां के एक किसान रामलाल मालवीय ने गेहूं की एक नई किस्म बोई है, जिसके उत्पादन से वे बहुत खुश हैं।
रामलाल ने बताया कि उन्हें ये गेहूं का बीज अनायास ही मिला था। लगभग तीन साल पहले उन्होंने मवेशियों के चारे में गेहूं का एक पौधा देखा था, जिसके कुछ दाने उन्होंने बो दिए। पहले साल उन्हें 4 किलो गेहूं का उत्पादन हुआ, और अगले साल 40 किलो। इस वर्ष उन्होंने लगभग डेढ़ बीघा में 40 किलो गेहूं बोया है।
इस गेहूं की खासियत ये है कि इसका दाना सामान्य गेहूं के दाने से बड़ा है और बाली भी बड़ी है। रामलाल ने इस बारे में कृषि विभाग के अधिकारियों को भी बताया है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से राजस्थान के बूंदी और भोपाल भी गए थे।
अनायास मिले इस गेहूं को देखकर वहां व आसपास के अन्य किसान भी इसे असामान्य बता रहे हैं। अब देखना ये है कि इस बार डेढ़ बीघा में कितना उत्पादन होता है। रामलाल ने बताया कि उन्होंने इस बार फसल में पांच बार सिंचाई की है। उम्मीद है कि उन्हें अच्छा उत्पादन मिलेगा।
तो दोस्तों, ये थी मध्य प्रदेश के मौसम और किसानों से जुड़ी कुछ खास खबरें। मौसम का मिजाज बदल रहा है, इसलिए आप भी अपनी सेहत का ध्यान रखें और ठंड से बचने के लिए जरूरी एहतियात बरतें।