हरदा : आदिवासी परिवार के लोग जबरन खेत में कब्जा करने की कर रहे कोशिश, पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर को शिकायत की। महिला कृषक का पुत्र बोला,आदिवासी परिवार से जान का खतरा, पुलिस से सुरक्षा की मांग की
खेत मालिक बोला आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों ने आपसी समझौते के नाम ओर भविष्य में किसी भी प्रकार का विवाद न करने के लिए कोर्ट में लिए 15 लाख रुपया, अब फिर ब्लैकमेल कर बना रहे दबाव
हरदा। जिले के मगरधा में अभिनव पारे ने मुरलखेड़ा स्थित अपनी जमीन सिराली निवासी महिला शगुन बाई पति आनंदराम मुकाती कृषक को बेच दी। जमीन बेचने के बाद मौके पर सीमांकन और रजिस्ट्री भी हो गई। अब इस मामले में मुरलीखेड़ा के पांच आदिवासी परिवार का आरोप है। की उक्त भूमि पर हमारा वर्षों से कब्जा चला आ रहा है। जबकि कागजी दस्तावेज में वो जमीन अभिनव पारे के नाम से है। ओर पूर्व में उसके पूर्वजों के नाम से चली आ रही है। इस मामले में आज आदिवासी परिवार ने भी जनसुनवाई में शिकायत की है।
आज खेत खरीददार मालिक के पुत्र ने भी शिकायत आवेदन देते हुए।।उक्त जमीन के दस्तावेज कलेक्टर को देकर कार्यवाही की मांग की हैं।
खेत मालिक महिला कृषक के पुत्र दीपक ने कहा कि
हमने मुरलीखेड़ा में अभिनव पारे से साढ़े 13 एकड़ से जमीन खरीदी। जिसकी शासन की गाइड लाइन अनुसार खरीदी की गई। रजिस्ट्री नामांतरण भी हो गया।
पड़ोस के किसान आदिवासी परिवार की गरीब परिस्थिति को देखते हुए । अभिनव पारे ने किसी भी प्रकार के विवाद को टालते हुए। आपसी सहमति से 15 लाख रुपए भी आदिवासी परिवार के तीन लोगों को दिया। उसका एग्रीमेंट भी कोर्ट में हुआ उसके बाद भी अब आदिवासी परिवार के लोग झूठी शिकायत कर खेत के खरीददार महिला किसान और उसके पुत्र को लगातार धमकी देकर कृषि कार्य करने नहीं दे रहे है। आए दिन विवाद कर रहे है।
बीते दिनों भी महिला कृषक और उसका पुत्र ट्रेक्टर लेकर खेत बखरने जब अपने खेत मुरलीखेड़ा गया तो वहां पर आदिवासी परिवार के सदस्य नरेंद्र, मिश्री, हीरालाल, रामभरोस, पूनिया, पूजा, सकुमा, शिवरती,रामकिशन, भाग, मंशाराम, , हीरालाल रामभरोस, उसका लड़का विनोद, , बातु हीरालाल कोरकू का परिवार सभी लोगों
ने एक राय होकर लाठी दराते लेकर पहुंच गए।और गाली गलौज मारपीट की।
दीपक मुकाती और ट्रेक्टर ड्राइवर नरेंद्र को गाली गलौज की ओर ट्रेक्टर रोका। तोड़फोड़ करने की कोशिश की।
पीड़ित किसान ने रहट गांव थाने में इसको लेकर लिखित शिकायत की। लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की।
पीड़ित महिला कृषक और उनका पुत्र मुरलीखेड़ा के आदिवासी परिवार के सदस्यों के ऊपर कार्यवाही और सुरक्षा की मांग की है।
देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या कार्यवाही करता है।
आदिवासी परिवार के पास पहले से है। सरकारी पट्टे की जमीन
इधर जिन आदिवासी परिवार के लोग अभिनव पारे की जमीन पर अपना कब्जा करने का दावा कर रहे हैं उक्त भूमि के साइड में ही इन आदिवासी परिवारों के पास सरकारी पट्टे की भूमि भी है। उसके बाद भी निजी भूमि पर ये लोग अपना दावा कर रहे है।
15 लाख मिलने के बाद आदिवासी परिवार ने खरीदा ट्रैक्टर वाहन खरीदा। इधर सूत्रों की माने तो आवासी समझौते में मिले लाखो रुपए में इन्होंने वाहन खरीदा। अब फिर रुपए की मांग लेकर झूठी शिकायत कर रहे है।
रहटगांव पुलिस ने बताया कि शिकायत आवेदन मिला था। जमीन का विवाद है। प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर तहसीलदार को प्रतिवेदन भेजेंगे।
इस संबंध में हरदा पुलिस अधीक्षक ने मामले को दिखवाने की बात कही है। देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्यवाही करती है।