पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट की उम्मीद, कच्चा तेल 71 डॉलर के करीब Petrol Price Today
Petrol Price Today: देशभर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद एक बार फिर बढ़ गई है। हाल ही में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट से यह संभावना बन रही है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती हो सकती है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें करीब 71 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गई हैं, जिससे तेल कंपनियों को राहत मिल सकती है और आम जनता को भी कम कीमत पर ईंधन मिल सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर
पिछले कुछ महीनों में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा गया है। मार्च 2022 में कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई थीं, लेकिन अब यह 71 डॉलर प्रति बैरल के करीब है। इस गिरावट का सीधा असर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ सकता है। तेल कंपनियों को हालिया कमी से लाभ हुआ है, और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वे जल्द ही ईंधन की कीमतों में कटौती कर सकती हैं।
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चुनावी मौसम में सस्ती हो सकती हैं कीमतें
देश में हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में सरकार पर भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का दबाव है। चुनावी माहौल में जनता को राहत देने के लिए सरकार और तेल कंपनियां मिलकर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में दो से तीन रुपये प्रति लीटर की कटौती कर सकती हैं।
क्या कहता है ताजा डेटा?
ब्लूमबर्ग एनर्जी के ताजा आंकड़ों के अनुसार, ब्रेंट क्रूड का नवंबर वायदा 71.05 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है, जबकि डब्ल्यूटीआई क्रूड भी 67.12 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है। इस गिरावट से तेल कंपनियों को अपनी लागत में कमी आई है, जिसका फायदा आम जनता को सस्ते ईंधन के रूप में मिल सकता है।
पोर्ट ब्लेयर में सबसे सस्ता पेट्रोल-डीजल
देश में फिलहाल सबसे सस्ता पेट्रोल और डीजल पोर्ट ब्लेयर में मिल रहा है। यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 82.42 रुपये और डीजल की कीमत 78.01 रुपये है। बाकी राज्यों में यह कीमतें भिन्न हो सकती हैं, लेकिन अगर कच्चे तेल की कीमतें इसी तरह कम होती रहीं, तो अन्य राज्यों में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी देखी जा सकती है।
कोरोना के बाद कच्चे तेल की कीमतों का सफर
मार्च 2020 में कोरोना महामारी के कारण कच्चे तेल की कीमतें 19.9 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गई थीं, जो दो दशकों का सबसे निचला स्तर था। लेकिन, महामारी के बाद जब अर्थव्यवस्था ने फिर से गति पकड़ी, तो तेल की मांग बढ़ी और कीमतें आसमान छूने लगीं। मार्च 2022 में कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर के पार चली गईं, और जून 2022 में यह 116 डॉलर प्रति बैरल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थीं।
कीमतों में संभावित कटौती से आम जनता को राहत
अब जबकि कच्चे तेल की कीमतें फिर से नीचे आ रही हैं, तेल कंपनियों को कीमतें कम करने का मौका मिल रहा है। पिछले कुछ समय में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ था, लेकिन अब आम जनता को जल्द ही राहत मिल सकती है। अगर कच्चे तेल की कीमतें इसी तरह कम बनी रहीं, तो तेल कंपनियां जल्द ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की घोषणा कर सकती हैं।
कच्चे तेल की गिरती कीमतें आम जनता के लिए राहत लेकर आ सकती हैं। चुनावी माहौल में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की संभावना और बढ़ जाती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तेल कंपनियां कब और कितनी राहत देती हैं। यदि आप भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं, तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में आपको कुछ राहत मिले।
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