Satta In Harda: रहटगांव में बीच बाजार प्रतिदिन सट्टे के 5 शो में लाखो का खेल, फिर पुलिस अनजान क्यों ? उठ रहे सवाल बच्चा-बच्चा कह देगा कहा लिखाता है। सट्टा, फिर रहटगांव पुलिस ने आंखो पर पट्टी क्यों बांधी ! Satta King.
हरदा : जिले के रहटगांव थाना अंतर्गत मुख्य बाजार सब्जी मार्केट में खुलेआम सरकारी जमीन पर रखे एक टप के अंदर टेबल कुर्सी लगाकर सट्टा किंग बेखोब होकर सट्टा चला रहा। सूत्रों की माने तो यहा दिनभर सुबह से ले कर शाम तक लगभग पांच लाख का सट्टा लिखाता है। बीच बाजार खुलेआम सट्टा लिखा रहा। इतना ही नहीं डायल 100 भी प्रतिदिन सो मीटर की दूरी पर खड़ी हुई रहती है। उसके बाद भी पुलिस की आंख नाक कान सब बंद है। सटोरिया से ये रिश्ता क्या कहलाता है। पुलिस कार्यवाही क्यों नहीं कर रही क्या कानून से बड़ा खाईवाल हो गया। बाजार में जन चर्चा का विषय बना हुआ है।
रहटगांव के सट्टे की खबर आसपास पूरे क्षेत्र में है। जिसके चलते जिला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार कंचन की छबि भी धूमिल हो रही है। इस विधानसभा चुनाव में जिस सट्टे शराब, अफीम ब्राउन शुगर को लेकर जनता ने विरोध स्वरूप हरदा जिले से भाजपा के बाहुबली नेता मंत्री कमल पटेल और चार बार के विधायक संजय शाह को नकार कर कांग्रेस के प्रत्याशियो को चुना। जनता का मकसद भी यही था। की शहर में ये धंधे बंद हो और युवा पीढ़ी नरक में जाने से बच जाए। लेकिन उसके बाद भी हरदा का पुलिस प्रशासन जागने का नाम नहीं ले रहा। वही देखना होगा नवागत विधायक अभिजीत शाह कोई कदम उठाएंगे।
चुनाव जीतने के बाद अभी तक उनके द्वारा सिर्फ अवैध उत्खनन को लेकर ही कलेक्टर ऋषि गर्ग को शिकायत की गई। सट्टे को लेकर अभी उन्होंने कदम नही उठाया। लेकिन अब देखना होगा। की विधानसभा चुनाव में जिसको लेकर सड़को पर कांग्रेस के नेता उतरे थे। उसको रोकने के लिए क्या कोई कदम उठाते है। या नही।
युवाओं का जीवन नरक में, बर्बाद हो रहे कई परिवार –
युवाओं के जीवन को बर्बाद करने वाले सट्टे के काले धंधे को थाना प्रभारी घनश्याम शर्मा चलवा रहे या मोन स्वीकृति दे दी गई। जिसके चलते थाना प्रभारी कार्यवाही नही कर रहे है।
सुना तो था कानून के हाथ बहुत लंबे होते है। लेकिन रहटगांव कानून के रखवालों के हाथ छोटे कैसे हो गए। चोर बदमाशो अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने वाले पुलिस के जाबाज अधिकारियों को आंखो के सामने चलने वाले इस सट्टा खाईवाल का अड्डा क्यों दिखाई नही दे रहा। मुखबिर तंत्र को क्या हो गया। जिला पुलिस अधीक्षक को इस और ध्यान देना चाहिए।
क्या कहना इनका…
इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार कंचन के मोबाइल पर काल करके संपर्क करना चाहा, लेकिन काल रिसीब नही हुआ।