NRC-जैसे दस्तावेज़ीकरण चेक में 160 सफाईकर्मी फरार
प्रदेश मे एसआईआर और NRC-जांच में बड़ा खुलासा हुआ।160 कर्मचारी हुये लापता पढिए पूरी खबर विस्तार से….
मकड़ाई एक्सप्रेस 25 उप्र ।प्रदेश मे एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। अचानक 160 नपा कर्मचारी लापता हो गये और कोई फोन मेसेज का रिप्लाय भी नही दे रहे है।
पूरा मामला विस्तार से
उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों पर योगी सरकार का शिकंजा कसता जा रहा है।प्रशासन द्वारा किए गए दस्तावेज़ सत्यापन अभियान (NRC-जैसे चेक) में बड़ा खुलासा तब हुआ, जब सफाईकर्मी के पदों पर लगे 160 कर्मचारी अचानक लापता पाए गए। इनके बारे में संदेह है कि वे अवैध तरीके से भारत में रह रहे थे और फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर नौकरी कर रहे थे।
नगर निकायों में पहचान प्रक्रिया शुरू
राज्य के कई नगर निकायों में पिछले कुछ दिनों से कर्मचारियों के पहचान पत्र, आवास प्रमाण पत्र, आधार और नागरिकता संबंधी दस्तावेजों की गहन जांच चल रही है। इसी दौरान पता चला कि जिन 160 सफाईकर्मियों को सत्यापन के लिए बुलाया गया था, वे किसी भी कॉल या नोटिस का जवाब नहीं दे रहे। अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि यह समूह पकड़े जाने के भय से शहर छोड़कर भाग गया।
अवैध नौकरी और दस्तावेज़ों पर सरकार की सख्ती
सूत्रों के अनुसार, कई सालों से नगर निगमों में आउटसोर्सिंग के जरिए सफाईकर्मियों की भर्ती होती रही है। इसी प्रक्रिया में कई बांग्लादेशी घुसपैठिए फर्जी पहचान बनाकर सिस्टम में घुस आए।
योगी सरकार ने ऐसे मामलों पर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाते हुए सभी जिलों में कर्मचारियों का पुनः सत्यापन शुरू किया है।
ATS और स्थानीय पुलिस की संयुक्त खोज
मामले के बाद एटीएस व स्थानीय पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी कर संभावित ठिकानों की जांच की। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे रैकेट का पर्दाफाश होगा और यह भी पता लगाया जाएगा कि फर्जी दस्तावेज़ किसकी मदद से तैयार हुए।
सरकार का संदेश: अवैध प्रवासियों को बर्दाश्त नहीं
राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी विभाग में फर्जी पहचान से नौकरी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और पूरे राज्य में ऐसे मामलों की गहन जाँच होगी।

