सुनील पटल्या बैड़िया। कोरोना महामारी का संक्रमण गाँव मे भी पैर पसार चुका है। यहाँ भी लोग बीमार हो रहे हैं। लेकिन उपचार के लिए शासकीय प्राथमिक केंद्र बेड़िया में डॉक्टर नही होने से मरीजो को शहरों की ओर जाना पड़ रहा है। डॉक्टरों की कमी को लेकर सोमवार को ग्राम संकट प्रबंधन समूह के सदस्यों ने मांग की। इस अस्पताल में वर्तमान में करीब 50 गांव लगे हुए जिसकी आबादी लगभग 70 हजार होने के बावजूद इस संकट की घड़ी में डॉक्टर नही होना शासन की नाकामी उजागर हो रही है। वर्तमान में शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र पर तीन डॉक्टर पदस्थ है। जिसमे डॉ. स्वाति मण्डलोई मातृत्व अवकाश पर है। डॉ. विशाल वर्मा को कोरोना होने से छुट्टी पर है। वही डॉ. प्रवीण बिरला की खरगोन कोविड में ड्यूटी लगाने से इस अस्पताल में डॉक्टर नही होने से मरीजो को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहाँ एमडी डॉक्टर की स्थाई नियुक्ति की जाए। समिति के सदस्य राजेन्द्र नामदेव, जितेन्द्रसिंह चौहान ने सुझाव देते हुए कहा कि 18+ वैक्सीन का पंजीयन सेंटर पर ही किया जावे l वही 45+ की वैक्सीन आबादी की उपलब्धता के अनुरूप हो। सदस्यों ने सर्वे दल को आश्वस्त किया कि ग्राम में सर्वे के दौरान कोई समस्या आने पर अवगत करावे । ताकि सर्वेदल का सहयोग कर सके। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि सुरेश सोलंकी, सचिव अनोकचंद पटेल, राकेश वर्मा, प्रदीप सेन सहीत एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशाकार्यकर्ता उपस्थित रहे।
ब्रेकिंग