बहुत चमत्कारी है बलवारी हनुमानजी लगती है भक्तो की भारी भीड़ , कई राज्यों से आते है दर्शन करने श्रद्धालू
बहुत चमत्कारी है बलवारी हनुमानजी
सिद्धक्षेत्र है मध्यप्रदेश में बलवारी हनुमान मंदिर बगैर किसी सहारे से खड़ी मूर्ति कहीं से कहीं नहीं है जो बलवारी बालाजी में है हनुमान जी को मानने वाले श्रद्धालु एक बार अवश्य बलवारी हनुमान के दर्शन के लिए अवश्य पधारें दर्शन लाभ लेकर हनुमान जी के चमत्कार का भी चमत्कार भी देखें आज हनुमान जन्मोत्सव को मनाया जा रहा है बलवारी हनुमान बहुत चमत्कारी दर्शन हेतु अवश्य पधारें।
मनावर से महज 30 किलोमीटर दूर बलवारी हनुमान की साडे 30 फीट ऊंची बगैर किसी सहारे से खड़ी हनुमान जी की प्राचीन प्रतिमा स्थीत है चमत्कार रूप में देखा गया है विगत कई वर्षों से बलवारी हनुमान जी का चमत्कार कई श्रद्धालुओं ने देखा है।
हनुमान जी का बगैर किसी सहारे पर खड़ी यह पाषण प्राचीन प्रतिमा दिन में तीन बार अपने रूप बदलती है सूर्योदय से सूर्यास्त तक श्री बलवारी हनुमान जी के दर्शन के लिए देश के कई राज्यों के लोग बलवारी हनुमान जी की प्रतिमा के दर्शन के लिए साल भर में एक बार जरूर आते हैं गुजरात महाराष्ट्र मध्य प्रदेश राजस्थान व अन्य जगह से जिनकी मान मन्नते पूर्ण होती है।
वह साल में एक बार बलवारी हनुमान मंदिर प्रतिमा का दर्शन करने जरूर आते हैं मान मन्नते पूर्ण होने पर हनुमान जी का तेल सिंदूर से चोला वह भव्य श्रृंगार किया जाता है इस दिन मान मन्नत लेने वाले हनुमान जी को चूरमे का भोग लगाकर हनुमान जी की आरती कर अपनी मान मन्नत पूर्ण करते हैं बलवारी हनुमान जी की जो भी मान मन्नत है लेते हैं वह अधिकतर पूर्ण होती है जिसके परिणाम स्वरूप श्रद्धालु मंगलवार और शनिवार के दिन पोस व महा महीने में निरंतर पैदल चलकर यात्रा कर हाथ में ध्वजा लेकर बलवारी हनुमान मंदिर पर ध्वजा चढ़ाई जाती है ध्वजा चढ़ाने का क्रम भी मान मन्नत लेने वाले लोग ही पूर्ण करते हैं साल के जनवरी माह में भी पहले सोमवार से लेकर जनवरी-फरवरी में कई श्रद्धालु ध्वजा लेकर हजारों की संख्या में बलवारी हनुमान मंदिर पहुंचकर बलवारी हनुमान जी बालाजी महाराज को ध्वजा चढ़ाकर मान मन्नत पूर्ण कर प्रसादी बनाकर प्रसादी की जाती है।
महा व पोस महीने में आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी बलवारी हनुमान मंदिर पर चोला चढ़ाया जाता है जिसमें तिल्ली के तेल की घाणी वह सिंदूर से इस विशाल प्रतिमा का तेल सिंदूर की घाणीचढ़ाकर अपनी मान मन्नत पूरी की जाती है हजारों की संख्या में लोग महा व पोस के 2 माह में अपने अपने निजी वाहनों से आकर मान मन्नते पूरी करते हैं इस दौरान लोगों को लाइनों में लगकर घंटों में दर्शन करना होता है बलवारी हनुमान की कई तरह के चमत्कार देखें गये है जहां से भी श्रद्धालु आता है उन्होंने देखे हैं यही मान्यता है कि बलवारी हनुमान को मानने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दीन प्रती दिन निरंतर बढ़ती ही जा रही है मन्नते पूरी होने पर बलवारी हनुमान पर पूर्ण करने के लिए भी ट्रैक्टर ट्राली में भरकर लोग आते हैं ।
आज हनुमान जन्मोत्सव पर्व पर सुबह सूर्योदय के पूर्व महा आरती उसके पश्चात संध्या कालीन सूर्यास्त के समय महा आरती का विशेष की गई, वर्षों से माना जा रहा है हनुमान जन्मोत्सव पर सूर्य उदय की आरती में भी आसपास के सैकड़ों लोग सूर्योदय के पूर्व ही हनुमान मंदिर पर हनुमान जन्मोत्सव पर इकट्ठा होकर सूर्य उदय की आरती में शामिल होते हैं साथ ही दिन भर दर्शन का लाभ लेते हैं एवं संध्या कालीन आरती सूर्यास्त के समय जो होती है उसमें भी हजारों की संख्या में लोग आसपास के आते हैं और हनुमान जन्मोत्सव पर उस आरती का लाभ लिया जाता है श्रद्धालु दर्शन लाभ करके ही हनुमान जन्मोत्सव पर बलवारी हनुमान बालाजी के दर्शन कर महाआरती में शामिल होते हैं सूर्योदय के पूर्व सूर्यास्त के बाद का लाभ लिया जाता है ।
यह मूर्ति प्राचीन काल बताई जा रही है जो कि बगैर किसी सहारे से खड़ी मूर्ति देश में बलवारी हनुमान मंदिर में ही है ऐसा कहा जाता है बलवारी हनुमान के चमत्कार मद्देनजर श्रद्धालुओं की आस्था दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है बलवारी महा महीने में बलवारी हनुमान मंदिर परिसर में मेले का आयोजन भी ग्राम पंचायत द्वारा किया जाता है जिस में भी श्रद्धालु हिस्सा लेकर बलवारी हनुमान जी के दर्शन लाभ लेते हैं ।
पवन प्रजापति मनावर