हंडिया तहसीलवार व राजस्व विभाग द्वारा बिना कोई नोटिस दिये सब्जी व तरबूज की दुकान हटाई, महिला ने कलेक्टर को की शिकायत
मकड़ाई समाचार हरदा।
मंगलवार को जिला जनसुनवाई में हंडिया निवासी सीमा बी पति इंदु खान जाति मुसलमान ने हरदा कलेक्टर के नाम एक शिकायती आवेदन दिया। उक्त आवेदन में महिला सीमा बी ने कहा कि उसके पति दिव्यांग है पिछले साल उनका एक्सीडेंट हो गया था। वह सब्जी बेचकर अपना घर परिवार चलाते थे। एक्सीडेंट में उनके पैर में गंभीर चोट आई थी। जिसका इलाज इंदौर एम बाय हॉस्पिटल में चला। महिला का कहना है कि हम लोग बहुत ही गरीब है। कच्चा मकान है। जो कि 2020 में नर्मदा में आई भीषण बाढ़ में सब कुछ बर्बाद हो गया। घर की जिम्मेदारी और बच्चों की पढ़ाई के लिये में स्वयं सब्जी भाजी व तरबूज बेचकर अपने घर परिवार को चला रही है।
महिला ने कलेक्टर को की शिकायत में आरोप लागते हुए कहा कि 28 मार्च को भमोरी रॉड पर सड़क से 15 फुट दूर मेरी कच्ची दुकान को तोड़कर मेरे तरवुज व अन्य सामान तहसीलदार महोदय की उपस्थिति में आर आई पटवारी ने तोड़ कर मेरी रोजी रोटी छीन ली। पीड़ित महिला का आरोप है कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर एकमात्र मेरे ऊपर ही कार्यवाही की गई। जबकि इंडिया में कई बड़े लोगों के अवैध कब्जे है। उनका अतिक्रमण नहीं हटाया एक महिला होकर जो मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रही है। मेरे साथ ऐसा अत्याचार किया जा रहा है। इतना ही नही महिला ने कहा कि लॉकडाउन में भी तहसीलदार मेडम द्वारा अपने ड्राइवर और कोटवार भारत को भेजकर मेरे से लगभग साढ़े चार हजार की सब्जी भी लेकर गया। जिसका पैसा भी आज तक नहीं दिया और अब मेरी रोजी रोटी छीन ली।
महिला ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि मुझे पुनः दुकान लगाने की अनुमति दीजिये। मुझे 8 दिन के अंदर न्याय दिलवाइये। और राजस्व विभाग द्वारा किये गए मेरे नुकसान की भरपाई 15 हजार रुपये दिलवाने की कृपा करें।