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अवैध उत्खनन के विवाद में गोलियां चलीं, आरोपितों के नाम सभी को मालूम, अज्ञात पर दर्ज हुआ केस

मकड़ाई समाचार भिंड। सिंध नदी का सीना चीरकर रेत का अवैध उत्खनन जिले में कई खदानों में किया जा रहा है। दो दिन पहले सिंध नदी किनारे बरैठी खुर्द खदान में वर्चस्व को लेकर दो गुटों में गोलियां चलीं। गोली लगने से कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन मौके पर अवैध उत्खनन कर रहा एक गुट दो पाेकलेन और एक 14 चक्का ट्रक छोड़कर भाग निकला था। अमायन थाना पुलिस और खनिज महकमे ने भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य डा. रमेश दुबे के हस्तक्षेप के बाद प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से मिले निर्देशों के बाद दोनों पाेकलेन और ट्रक जब्त किया, लेकिन एफआइआर अज्ञात आरोपित पर की गई है। जबकि अवैध उत्खनन करने वाले आरोपितों के नाम सभी को मालूम हैं। इससे कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

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राजनीतिक रसूख और खनिज महकमे की मिलीभगत से चोरी कर रहे थे रेेत: सिंध नदी की बरैठी खुर्द रेत खदान से खनन माफिया राजनीतिक रसूख और खनिज महकमे के जिम्मेदार अधिकारियों के मौन इशारे पर रोजाना लाखों रुपये का रेत निकाल रहे थे। खनिज महकमे के अफसरों के पास रेत चोरी करने वाले माफिया के नाम और मोबाइल नंबर दोनों हैं, लेकिन इसके बावजूद जब जिले के प्रभारी मंत्री ने कार्रवाई के निर्देश दिए तो माफिया को बचाने की पूरी कोशिश की गई। अमायन थाने में खनिज निरीक्षक राकेश देशमुख की शिकायत पर अज्ञात पर सिंध नदी से रेत उत्खनन करने का केस दर्ज करवाया गया है। यहां बता दें, खनिज महकमे की ओर से इसी तरह से खानापूर्ति वाली कार्रवाई के कारण जिले में सिंध नदी किनारे रेत का अवैध उत्खनन रुकने के बजाए अब लगातार बढ़ रहा है। नदी से रोजाना लाखों रुपये की रेत चोरी कर जिले से बाहर भेजी जा रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इसके बावजूद कर्रवाई करने या रेत चोरी करने वालों को सलाखों के पीछे भिजवाने के बजाए खानापूर्ति वाली कार्रवाई में लगे हैं।