मकड़ाई समाचार ग्वालियर-भितरवार। भितरवार के धूमेश्वर महादेव मंदिर पर सिंध नदी में नहाते समय दो दोस्त किशन होतवानी व कितांशु शाक्य बह गए थे। इनमें से किशन होतवानी का शव सोमवार सुबह साढे दस बजे नदी में मिल गया। दूसरे दोस्त कितांशु के लिए प्रशासन लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा और कितांशु का शव शाम 4 बजे नदी से निकाला गया। जैसे ही कितांशु का शव मिला, वेसे ही उसके परिवार के लोगों पर वज्रपात सा हाे गया। परिवार के लोग रोने लगे
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर के दो युवक भितरवार के प्रसिद्ध धूमेश्वर महादेव मंदिर के समीप बहने वाली सिंध नदी के तेज बहाव में रविवार दोपहर में बह गए थे। ग्वालियर के दोनों लापता युवक अपने दोस्तों के साथ यहां पिकनिक मनाने गए थे। दोपहर से लेकर नदी पर रात नौ बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इसके बाद सोमवार सुबह फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ तो किशन होतवानी का शव नदी में मिल गया। दोनों युवकों के स्वजन मौके पर ही मौजूद हैं।
धुंआधार कुंड में मिला सुबह 10.30 बजे शव
सुबह जब रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ और एसडीआरएफ के जवानों ने जैसे ही धुंआधार कुंड में कांटा डाला वैसे ही शव कांटे में फंस गया। शव को सुबह 10.30 बजे बाहर निकाल लिया गया।
कुंड के पास ही मिला कितांशु का शव
किशन का शव तो रेस्क्यू टीम के कांटे में फंस गया था। लेकिन शाम चार बजे तक कितांशु का शव फूल गया और कुंड के पास ही रेस्क्यू टीम को नजर आया। इसके बाद कितांशु के शव को टीम ने बाहर निकाल लिया।
पिता हो गए बेहोश:
किशन के शव जैसे ही बाहर निकला और शव को जैसे ही किशन के पिता ने देखा वैसे ही वे बेहोश हो गए। इसके अलावा अन्य स्वजनों का भी बुरा हाल था। हालांकि कितांशु के परिजन भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखे हुए हैं। किशन का शव मिलने के बाद उनके चेहरे पर भी चिंता की लकीरें उभर आई थीं।
स्वजन हुए बेहाल
किशन का शव लेकर उसके परिजन आ गए थे। लेकिन कितांशु का शव न मिलने से उसके स्वजन नदी के किनारे ही मौजूद थे। जैसे ही रेस्क्यू टीम ने शव को बाहर निकाला। वैसे ही उसके पिता सहित स्वजन बिलखने लगे। रोते रोते उनकी हालत भी खराब हो रही थी।
प्रशासन एसडीआरएफ की मदद से चला रहा है रेस्क्यू ऑपरेशन
भितरवार का पुलिस प्रशासन मौके पर स्थानीय होमगार्ड के गोताखोरों को लेकर मौके पर पहुंचा और नदी में बहे युवकों की सर्चिग शुरू कराई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देहात जय राज कुबेर, एसडीएम अश्वनी कुमार रावत एवं थाना प्रभारी पंकज त्यागी भी मौके पर पहुंचे और एसडीआरएफ की टीम अपने गोताखोर और स्टीमर इत्यादि लेकर मौके पर पहुंची।