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एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने भरी हुंकार

उज्जैन: कथावाचक और अखंड भारत मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवकीनंदन ठाकुर गुरुवार को उज्जैन पहुंचे। इस दौरान देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि हमारा कोई राजनीतिक लक्ष्य नहीं है। हम केवल उसके साथ हैं, जो भारत देश की अखंडता और समृद्धता के लिए काम कर रहा है। यह देश किसी एक जाति वर्ग का नहीं है। महाराज ने एट्रोसिटी एक्ट के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए अध्यादेश को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार राम मंदिर निर्माण का अध्यादेश लाना था। एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन के बाद सरकारों के खिलाफ मुखर हुए।

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दो माह का समय दिया
एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन के संबंध में ठाकुर ने कहा कि हम आरक्षण के विरुद्ध नहीं है, लेकिन इसका यह मतलब यह नहीं कि योग्यता का हनन हो। हमारा विरोध एट्रोसिटी एक्ट में बगैर जांच के गिरफ्तारी होने को लेकर है। इसके लिए सभी को जागना होगा, वरना जेल जाने के लिए तैयार रहें। सरकार को एससी- एसटी एक्ट में संशोधन के लिए दो माह का समय दिया था। जिसकी मियाद चार नवंबर को पूरी हो रही है, लेकिन अफसोस है कि इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। देश में सात सौ से ज्यादा सांसद हैं। किसी ने भी एक्ट मैं संशोधन का विरोध नहीं किया।

गोरे अंग्रेज चले गए काले अंग्रेज आ गए
ठाकुर ने कहा कि कुछ दलों ने पहले देश को धर्म के नाम पर और अब जाति के नाम बांटने का काम किया है। ऐसा ही चलता रहा तो देश गली, मोहल्ले में बंट जाएंगे। देश को अंग्रेजों की डिवाइड एंड रूल की नीति पर चलाया जा रहा है। देश से गोरे अंग्रेज तो चले गए पर काले अंग्रेज आ गए हैं। उन्होंने कहा कि मेरी कोई पार्टी नहीं है। मैं पार्टी में पदाधिकारी नहीं हूं। मैं कथावाचक था और कथावाचक ही रहूंगा। मुझे नहीं बनना नेता-अभिनेता।