ब्रेकिंग
भोपाल में जल्द तैयार होगा विश्वस्तरीय खेलों का नया मंच:  मंत्री श्री सारंग ने किया निर्माणाधीन अंतर... देश विदेश में प्रसिद्ध लाखो भक्तों की आस्था का केंद्र करणी माता मंदिर में दर्शन करेंगे पीएम मोदी हिन्द की सेना ने दुश्मन को उसके घर मे घुसकर मारा: अपने देश के नेताओँ नें अपमानित करने के लिए ताना मा... हरदा: ब्राइटर माइंड्स कोर्स के दस दिवसीय प्रशिक्षण में बच्चों ने दिखाई योगा,गीत, नृत्य, कविताओं की प... एशिया में कोरोना महामारी ने एक बार फिर दी दस्तक!  हॉन्गकॉन्ग, सिंगापुर और थाईलैंड में कोरोना के माम... चना खरीदी में गड़बड़ी; फसल पास करने के एवज में सर्वेयर किसानो से ले रहा था ।  4 हजार रूपये ले,विवाद ... अजब गजब :कुत्तो के डर से तेंदुआ पेड़ पर चढ़ा:  वन विभाग ने रेस्क्यू किया चिड़िया घर भेजेंगे ऑपरेशन सिंदूर से दुनिया बढ़ेगी भारत की धाक:  आपरेशन सिन्दूर को आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंच प... एस.डी.ई.आर.एफ. ने  तहसील कार्यालय रहटगांव में आम नागरिकों को दिया नागरिक सुरक्षा का प्रशिक्षण 2025 में अब बिना लाइन लगाए, घर बैठे करें Ration Card Online Apply, पाएं सस्ता अनाज और ढेरों सरकारी फ...

कुबेरेश्‍वर धाम में चरमराई व्‍यवस्‍थाएं, एक महिला की मौत, भोपाल-इंदौर मार्ग पर 20 किमी से ज्‍यादा लंबा जाम

मकड़ाई समाचार सीहोर। मुख्यालय से सात किमी दूरी पर भोपाल इन्दौर राजमार्ग पर स्थित ग्राम हेमा चितावलिया में बने कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में रूद्राक्ष वितरण कार्यक्रम के पहले दिन ही हालात अनियंत्रित हो गए हैं। लाखों की संख्‍या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से आयोजन स्‍थल पर भगदड़ जैसे हालात बन गए। प्रशासन द्वारा एक दिन में पांच लाख लोगों को संभालने की व्यवस्था की थी, लेकिन रुद्राक्ष लेने के लिए पहले दिन ही 10 लाख से अधिक लोग कुबेरेश्वर धाम हजारों वाहन लेकर पहुंच गए। ऐसे में गुरुवार की सुबह ही इंदौर-भोपाल हाईवे 20 किमी व इछावर-भाऊखेड़ी से कोठरी जाने वाले मार्ग पर करीब 07 किमी का जाम लग गया।

- Install Android App -

आइजी इरशाद वली खुद झागरिया जोड़ पर यातायात व्यवस्था संभालते नजर आए। जाम में कलेक्‍टर का वाहन भी फंस गया है। पैदल चलने वालों ने सड़क को घेर लिया है, जिससे वाहन बमुश्‍किल रेंगते हुए आगे बढ़ पा रहे हैं। सड़कों पर नहीं जगह तो ट्रैक्टर-ट्रॉली से खेतों से पहुंच रहे लोग। लोगों को नहीं मिली खाने की चीजें, तो खेतों में लगे हरे चने उखाड़ कर खा रहे लोग। भीड़ के कारण मोबाइल टावरों पर लोड बढ़ने से सिग्नल नहीं मिल रहे। ऐसे में लोग बिछड़ रहे हैं। कई लोग अपनों को बदहवास होकर ढूंढ रहे हैं।

 

श्रद्धालु अपने साधनों से कर रहे इंतजाम

रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए। इसके चलते आयोजन स्‍थल पर इंतजाम नाकाफी पड़ गए। हालत यह है कि हजारों श्रद्धालुओं ने मैदान में ही साड़ी-चद्दर का तंबू बनाकर अपना सामान जमा लिया। जिसे जहां जगह मिली, वहीं पर बैठ गया। खुले मैदान में धूप बढ़ी तो श्रद्धालुओं ने चादर व साड़ी से छोटे-छोटे तंबू बना लिए। पैदल आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती देख पुलिस ने धाम तक पहुंचने के मुख्य द्वार को भी खोल दिया है।

रुद्राक्ष के लिए कतार में लगे कुछ लोग बेहोश
कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे रुद्राक्ष वितरण किए जा रहे हैं, जिसको लेकर दो से तीन किमी लंबी कतार में श्रद्धालु लगे हुए हैं। ऐसे में उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। यही कारण है कि रुद्राक्ष के लिए लोगों में होड़ लगी हुई है, वहीं यह भी खबर है कि 10 से अधिक लोग बेहोश हो गए है, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। लोगों का कहना है कि अव्यवस्था होने से बैरिकेड्स भी टूट गए है, जिससे भगदड़ जैसे हालात हो गए थे।
सात दिवसीय रुद्राक्ष वितरण महोत्‍सव का गुरुवार को पहला दिन है। हालांकि 15 फरवरी की कुबेरेश्वर धाम में अपार भीड़ पहुंचने से एक दिन पहले ही रुद्राक्ष वितरण शुरू कर दिया था। क्योंकि आयोजन के दो दिन पहले से हजारों लोग कुबेरेश्वर धाम पहुंच गए थे, जिसके चलते एक दिन पहले से रुद्राक्ष वितरण शुरू किया गया था, लेकिन इसकी सूचना कम लोगों को थी। इएलिए गुरुवार को रुद्राक्ष लेने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। इस आयोजन में शामिल होने महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से सबसे ज्यादा लोग आ रहे हैं।
भीड़ के कारण मोबाइल में नेटवर्क नहीं
हजारों लोग सड़क पर जाम में फंसे हैं। ऐसे समय में मदद के लिए मोबाइल ही सबसे बड़ा साधन है, लेकिन भीड़ के कारण मोबाइल टावरों पर ज्यादा लोड होने के कारण नेटवर्क फेल हो गया है और लोग एक दूसरे से सम्पर्क भी नहीं कर पा रहे हैं।