मकड़ाई समाचार सीहोर। कुबेरेश्वर धाम में विगत 16 फरवरी को रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन मची भीषण अफरातफरी के बाद मौत का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। आलम यह है कि छह दिन में सात लोगों की असामयिक मौत हो चुकी है। बुधवार सुबह भी एक पुलिसकर्मी के दुखद निधन की सूचना आई। समर सिंह भदौरिया थाना अजाक भोपाल में पदस्थ थे और फिलहाल उनकी तैनाती कुबेरेश्वर धाम में की गई थी। वह यहां पर पीजी कालेज में रुके थे। बुधवार प्रातः करीब 08 बजे अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द उठा। सहकर्मी तुरंत उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टर ने चेक करने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिसकर्मी का शव जिला चिकित्सालय सीहोर स्थित मर्चुरी रूम में रखा हुआ है।
इससे पहले कुबेरेश्वर धाम में पहुंची चार महिला, एक बच्चे और एक प्रधान आरक्षक सहित छह लोगों की मौत हो चुकी थी। सोमवार को सुबह जहां झांसी की एक महिला की मौत हुई, वहीं शाम को इंदौर के प्रधान आरक्षक की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई, जिसे आष्टा सिविल अस्पताल पीएम के लिए भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह कुबेरेश्वर धाम में झांसी निवासी पूनम सिंह 40 वर्ष की मौत हो गई। महिला का पीएम सरकारी अस्पताल में कराया गया, जहां हृदयाघात व पेट में पानी व बीमारी के कारण महिला की मौत होना बताया गया है। महिला को मौत के बाद कुबेरेश्वर धाम की एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया था| जहां शाम को पोस्टमार्टम होने के बाद झांसी से आए परिजनों को शव सौंप दिया गया। वहीं एसपी मयंक अवस्थी ने बताया कि पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में इंदौर से ड्यूटी करने के लिए 17 फरवरी को प्रधान आरक्षक श्याम मीणा उम्र 45 वर्ष पहुंचा था। सोमवार सुबह आठ से रात आठ बजे ड्यूटी के बाद अपने दोस्त के यहां आष्टा के पास ग्राम भौरा चला गया था, जहां उसकी मौत हो गई।