President Election 2022 : देश में अगला राष्ट्रपति कौन होगा? इस सवाल को लेकर आम जनमानस से लेकर सियासी गलियारों में भी चर्चा हो रही है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव की औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और चुनाव आयोग राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान कराएगा और 21 जुलाई को देश के अगले राष्ट्रपति के नाम का आधिकारिक ऐलान कर दिया जाएगा। फिलहाल सियासी गलियारों में कई नेताओं के नाम राष्ट्रपति पद के लिए चल रहा है लेकिन भारतीय जनता पार्टी आखिरी समय में चौंकाने वाला नाम सामने ला सकती है।
24 जुलाई को खत्म होगा रामनाथ कोविंद का कार्यकाल
देश के मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई 2022 को पूरा हो रहा है। उससे पहले नए राष्ट्रपति को चुनने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। भाजपा सहित अन्य विपक्षी दल भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को लेकर मंथन शुरू कर चुकी है। भाजपा इस बार भी किसी मुस्लिम या आदिवासी चेहरे को राष्ट्रपति पद के लिए उतार सकती है। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भाजपा केरल के मौजूदा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान या भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी पर भी दांव लगा सकती है। सोशल मीडिया और सियासी गलियारों में भी चर्चा है कि भाजपा किसी मुस्लिम चेहरे को ही राष्ट्रपति उम्मीदवार बना सकती है।
विपक्ष इन नामों पर कर सकता विचार
वहीं विपक्षी दलों की बात करें तो कांग्रेस, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार के नाम पर विचार कर सकती है। वहीं कांग्रेस पार्टी गुलाम नबी आजाद का नाम भी आगे कर सकती है। हालांकि इसकी संभावना कम है। शरद पवार, गुलाम नबी आजाद के अलावा विपक्षी नेता ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भी राष्ट्रपति पद के लिए उतार सकते हैं।
ऐसे होता है देश में राष्ट्रपति पद का चुनाव
आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों के विधानसभा के सदस्य वोट डालते हैं। 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में से 233 सांसद ही वोट डाल सकते हैं, क्योंकि फिलहाल कश्मीर विधानसभा भंग है और यहां चार राज्यसभा सीटें खाली हैं। ऐसे में 229 राज्यसभा सांसद ही राष्ट्रपति चुनाव में वोट डाल सकेंगे। इस चुनाव में राष्ट्रपति की ओर से मानित 12 सांसदों को वोट डालने का अधिकार नहीं है।
साथ ही लोकसभा के सभी 543 सदस्य वोटिंग में हिस्सा लेंगे। इन चुनाव में आजमगढ़, रामपुर और संगरूर में हो रहे उपचुनाव में जीतने वाले सांसद भी शामिल होंगे। साथ ही देश की सभी विधानसभाओं के कुल 4033 विधायक भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालेंगे। इस तरह से राष्ट्रपति चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 4809 होगी। हालांकि, इनके वोटों की कीमत भी अलग होती है। इन मतदाताओं के वोटों की कुल कीमत 10 लाख 79 हजार 206 होगी।