मकड़ाई समाचार खंडवा। शासकीय महिला चिकित्सालय में भर्ती गर्भवती महिला फरीन पत्नी सोहेल की बुधवार सुबह मौत हो गई। मौत से नाराज स्वजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया व लापरवाही का आरोप लगाया। हंगामा बढ़ता देख अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस बुला ली। जिसके बाद स्वजनों को जांच का आश्वासन दिया गया व शव सौपा गया। महिला को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। गर्भवती व गर्भ में बच्चे की मौत से स्वजन भी स्तब्ध रह गए।
खानशाहवली क्षेत्र निवासी महिला फरीन पत्नी सोहेल को मंगलवार दोपहर में स्वजन लेडी बटलर अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां पर प्रसव में देरी का कारण बताकर महिला को भर्ती किया। रात को महिला को प्रसव पीड़ा होने पर स्वजन नर्सिंग स्टाफ के पास पहुंचे। स्वजनों का आरोप है कि नर्स रात में मोबाइल पर गेम खेलती रही लेकिन मरीज को देखने नहीं आई इधर ड्यूटी डाक्टर ने भी ध्यान नहीं दिया। सुबह-सुबह फरीन की मौत हो गई। जानकारी लगते ही अन्य रिश्तेदार भी अस्पताल पहुंचे। जहां पर इन्होंने लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देख पुलिस पहुंची। इसके बाद बगैर पोस्ट मार्टम के ही शव स्वजनों को सौंप दिया गया।
मालूम होता तो घर पर ही करा लेते प्रसव
मृतक महिला की सासू फरीदा ने बताया जब लेकर आए थे तो बताया गया था कि सुबह तक प्रसव हो जाएगा। रात को तबीयत खराब हुई तो नर्स मोबाइल छोड़कर देखने नहीं आई। बोली मैडम के बगैर हाथ नहीं लगाएंगे। अगर ऐसा था तो हम प्रसव घर पर ही करा लेते। बीपी पहले नार्मल बताया फिर बोले बीपी अचानक से बढ़ गया व मौत होना बताया।
लापरवाही का लगता रह है आरोप
लेडी बटलर अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ व डाक्टरों के ड्यूटी टाइम पर नहीं रहने की शिकायत पहले भी हुई है। इसके बाद भी जांच व कार्रवाई नहीं की जाती। अस्पताल में संख्या से अधिक गर्भवती महिलाओं के भर्ती रहने पर आधी संख्या बी ब्लाक में शिफ्ट किया जाना है लेकिन स्टाफ की कमी के कारण यह कार्य भी अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
स्टाफ व डाक्टर थे। जानकारी लगने पर आक्सीजन भी लगाई गई लेकिन महिला की जान नहीं बचाई जा सकी। स्वजन गलत आरोप लगा रहे हैं इलाज भी किया गया व डाक्टर भी मौजूद थे।– डा. लक्ष्मी डूडवे, प्रभारी शासकीय महिला चिकित्सालय