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खातेगांव के तालाब में अज्ञात कारणों के चलते 60 कुंटल से अधिक मछलियों की मौत,,

अनिल उपाध्याय
खातेगांव
इंदौर -बैतूल नेशनल हाईवे 59a पर खातेगांव नगर के मध्य स्थित एकमात्र तलाव में अज्ञात कारणों के चलते पिछले दो दिनों में लगभग 60 कुंटल से अधिक मछलियां मर गई जिससे ठेकेदार को लगभग 7 से 10 लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। मरी हुई मछलियों को तलाव से निकालने का अभियान आज भी सतत जारी रहा।

खातेगांव स्थित तालाब की पाल के किनारे मकान बनाकर रहने वाले रहवासियों के मुताबिक सोमवार -मंगलवार के बीच बढ़ी तादाद में मछलियां मर गई हजारों की तादाद में मरी मछलियां तालाब किनारे पर दिखी इन मरी हुई मछलियों की बदबू से तालाब के आसपास रहने वाले रहवासी काफी परेशान हो गए ,रहवासियों की माने तो सोमवार शाम से हल्की बदबू आना शुरू हुई जो मंगलवार सुबह तक असहनीय हो गई, कई लोगों को उल्टियां और जी मचलाने की शिकायत हुई रहवासी महिलाओं ने बताया कि बदबू के कारण बच्चों को घर के बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। वहीं कुछ रहवासी अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं ।सीएमओ निखिलेश चिंतामन ने बताया कि जैसे ही मछलियों के मरने की सूचना मिली वैसे ही ठेकेदार से कहकर उन्होंने मरी हुई मछलियों को तलाव से निकालने का काम शुरू करवाया। पहले लगा था कि गर्मी के कारण मछलियां मरी ,लेकिन जितनी संख्या में मछली मरी उससे लगता है कि किसी ने जानबूझकर कोई विषैला पदार्थ तलाव में फेंका जिसके चलते बड़ी तादाद में मछलियां मारी गई है। मछलियों को तलाव से निकालने का काम लगातार जारी है।

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इनका कहना है
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ठेकेदार को ट्रैकिंग डाउन में जगह उपलब्ध करा दी गई है। जेसीबी मशीन से बड़ा गड्ढा खोदकर मरी हुई मछलियों को जमीन के अंदर गाड़ी जा रही है। ठेकेदार से तालाब के पानी की जांच भी कराई भी जा रही है।

, निथिलेश चिंतामन, सीएमओ नगर परिषद खातेगांव

इनका कहना हे।
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तालाबों में मरने वाली मछलियों का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है की मछलियां किन कारणों से मरी है। लगभग 60 कुंटल से अधिक मछलियां मर चुकी है। जिससे लगभग 7 से 10 लाख रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है। साथ ही मरी हुई मछलियों को तालाब से निकालने में जो लेवर लगी है उसका भुगतान भी किया जा रहा है। मैंने 10 वर्ष के लिए तलाव लीज पर ली है ।पूर्व में तलाव की जलकुंभी भी मेरे द्वारा ही निकाली गई थी उसमें भी मुझे काफी आर्थिक नुकसान हुआ था।

,गजानंद कहार,
ठेकेदार हंडिया