ब्रेकिंग
अयोध्या श्रीराम मंदिर के शिखर पर स्थापित किया स्वर्ण कलश! मंदिर के स्वर्ण कलश की आभा से दमका क्षेत्र हरदा पुलिस को मिली बड़ी सफलता, डकैती की योजना बना रहे थे। 6 बदमाश, 3 पकड़ाए ,3 अंधेरे का फायदा उठाकर... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 3 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे राहुल गांधी आज आएंगे भोपाल,'संगठन सृजन अभियान' की करेंगे शुरुआत हरदा: नर्मदा नदी में डूबे 3 युवक, मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की सहायता स्वीकृत मप्र पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़ा: आरक्षको के आधार की जांच मे खुल रही पोल! ग्वालियर में 5, शिवपुरी ... हंडिया: 1 करोड़ की राशि से किए जा रहे रिद्धनाथ घाट सौंदर्यकरण निर्माण कार्य का विधायक दोगने ने किया ... एमपी राज्‍य निर्वाचन आयोग का नया कदम , अब होंगे पेपरलेस इलेक्‍शन – सारिका घारू, हरदा जिले की ग्राम प... अमेरिका मे फलिस्तीन आजाद करो कह भीड़ पर फेंका बम!  अचानक फटे बम से दहशत का बना माहौल 6 बुजुर्ग घायल हरदा: खनिज के अवैध परिवहन में शामिल वाहन जब्त

खुदाई के दौरान मिला पानी में तैरने वाला पत्थर ,लोग बता रहे रामायण काल का

मकड़ाई समाचार बरेली| जिले में एक नींव की खुदाई में ऐसा पत्थर मिला जिसका वजन 7 किलो का है। उसकी खासियत है कि, इतना भारी होने के बावजूद भी वो पत्थर पानी पर तैर रहा है। जिसे देखने वालों की लाइन लगी हुई है। लोग इसे रामायण कालीन वही पत्थर कहकर सम्बोधन कर रहे हैं, जिससे भगवान राम ने पुल का निर्माण करवाया था। बरेली जिले के सिरौली क्षेत्र में ‘मुहल्ला पांडान’ में नींव की खुदाई का काम चल रहा है। एक मजदूर ने बताया कि, शुक्रवार रात को बारिश की वजह से नींव में पानी भर गया था, शनिवार सुबह जब हम लोग काम करने आए तो देखा पत्‍थर नींव में भरे पानी के ऊपर ही तैर रहा है। फिर उसे उठाकर साफ पानी में डाला तो भी वो लगातार तैर रहा था। पानी में बार-बार उसे दबाया लेकिन, हर बार पत्‍थर तैरकर ऊपर आ जा रहा है। वहीं क्षेत्रीय लोगों में इसे लेकर काफी उत्साह है कई लोग इसे मंदिर में स्थापित करने पर भी बातें कर रहे हैं। फिलहाल उस पत्थर को पानी पर तैरता हुआ देखने की होड़ सी लगी हुई है।

- Install Android App -

अद्भुत पत्थर के जमीन से निकलने पर अब लोग एक चमत्कार के तौर पर देख रहे हैं। वहीं लोगों के बीच इसे जियोलोजिकल सर्वे और एएसआई टीम को देने की चर्चाएँ भी हैं, जिससे इसकी जांच हो सके। ताकि ये रामायण कालीन है अथवा नहीं इसकी जांच हो सके। सात किलो वजनी पत्‍थर पानी की सतह पर पूरी तरह से तैर रहा है। लोगों में नल और नील के द्वारा समुद्र पर बांधे गए पल वाले पत्थर से जोड़कर देख रहे हैं। भगवान श्रीराम का चमत्‍कार बता रहे हैं