उर्वरक के 87, बीज के 145 तथा पौध संरक्षण औषधि के 02 नमूने आहरित कर प्रयोगशालाओ को परीक्षण हेतु भेजे गये
मकड़ाई समाचार हरदा। उप संचालक कृषि विकास तथा किसान कल्याण एमपीएस चंद्रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि रबी वर्ष 2020-21 अन्तर्गत कृषि आदान गुण नियंत्रण अभियान का संचालन जिले में किया जा रहा है। कृषि आदान यथा – बीज, उर्वरक, जैव उर्वरक एवं पौध संरक्षण औषधियां आदि से संबद्ध विक्रेताओ, बीज उत्पादक सहकारी समितियां, बीज कंपनियां आदि के विक्रय एवं भंडारण प्रतिष्ठानो का निरीक्षण कर शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशानुसार नमूने आहरित कर म.प्र. शासन, द्वारा अधिसूचित उर्वरक, बीज तथा कीटनाशक गुण नियंत्रण प्रयोगशालाओ को क्रमशः उर्वरक, बीज एवं कीटनाशको के नमूने भेजे जा रहे है। अद्यतन स्थिति तक क्रमशः उर्वरक के 87 नमूने, बीज के 145 नमूने तथा पौध संरक्षण औषधि के 02 नमूने आहरित कर क्रमशः उर्वरक, बीज एवं कीटनाशी गुण नियंत्रण प्रयोगशालाओ को परीक्षण हेतु भेजे गये है। नमूने अमानक पाये एवं निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाये जाने पर उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985, बीज (नियंत्रण) आदेश 1983 एवं कीटनाशी अधिनियम 1968 में विनिर्दिष्ट प्रावधानो के तहत् नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
उन्होने कृषक बंधुओ से अनुरोध किया है कि, उर्वरक क्रय करते समय विक्रेता से बिल अवश्य प्राप्त करें। कृषक बंधु अपनी आवश्यकता अनुसार उर्वरक क्रय कर सकते है, किसी भी उर्वरक के साथ जैसे – यूरिया के साथ डीएपी या अन्य उर्वरक क्रय करने की कोई बाध्यता नही है। कृषक को जो उर्वरक चाहिये, वह क्रय करने के लिए स्वतंत्र है, यदि कोई विक्रेता बाध्यता करता है, तो तत्काल विकासखण्ड में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में अथवा जिला कार्यालय में अवगत करा सकते है। समस्या का तत्काल निराकरण किया जावेगा।