कुछ लोगो के पर्सनल हितों के कारण शासन की जनहित इस योजना का दुरुपयोग किया जा रहा –
टिमरनी नगर के बहुचर्चित इंडोर स्टेडियम निर्माणाधीन मुक्तिधाम के पास बन रहा,इनडोर स्टेडियम वाले स्थान पर लगातार शुरुआत से ही दफन लाशों के कंकाल निकल रहे। समाचार पत्रों के माध्यम से कई बार प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराने के बाद भी प्रशासन नहीं जाग रहा। जिस स्थान पर पहले शव को दफनाया जाता था । शहर के लोगो ने बुद्धिजीवी वर्ग ने विरोध किया कि वह स्थान गलत था,। उसके बाद अब उक्त स्थान पर कंकाल लगातार वहां निकल रहे। उन्हें इस स्थान पर वापस दबा दिया जा रहा और ठेकेदार मजबूरी में निर्माण करता जा रहा। इंडोर स्टेडियम निर्माण में दिलचस्पी दिखाने वाले लोगों को सनातन धर्म की फिर बात नहीं करना चाहिए। डेढ़ करोड़ की लागत से इंडोर स्टेडियम का निर्माण का विरोध नहीं उस गलत स्थान का विरोध है वह स्थान कल भी अनुचित था आज भी अनुचित है और कल भी अनुचित रहेगा।महज कुछ लोगो के पर्सनल हितों के कारण शासन की जनहित इस योजना का दुरुपयोग किया जा रहा।